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बड़े बच्चों को कोविड की वैश्विक स्थिति के बारे में बताएं

– डॉ. राजेश सागर एम्स नई दिल्ली, सायक्रायट्रिक विभाग के प्रोफेसर और केन्द्रीय मेंटल हेल्थ आर्थोरिटी के सदस्य कोविड की वजह से लागू बंदी ने जहां छोटे बच्चों को मायूसी और तनाव दिया है वहीं बड़े बच्चे भी इसके प्रभाव से अछूते नहीं है। सामान्य पढ़ाई एक लंबा दौर देखने के बाद अचानक बच्चों को यह सुनने को मिल रहा है कि अभी उनकी बोर्ड परीक्षाएं नहीं होगीं, कुछ दिनों के लिए सरकार ने परिक्षाएं टाली, इस उम्र के अधिकांश बच्चे ऐसे भी हैं, जो सुनहरे भविष्य के लिए सपनेRead More


कोरोना संकट में स्वानुशासन

– राकेश सैन गान्धी जी कहा करते थे, कि स्वानुशासन यानी अपने (स्व:) पर अनुशासन किसी सभ्य समाज की कसौटी होता है। उन्होंने ये कहा ही नहीं बल्कि इसको अपने जीवन में लागू भी करके दिखाया और यही कारण रहा कि उनका हर आन्दोलन इस सिद्धान्त की उदाहरण बना। दुनिया कोरोना की दूसरी लहर से स्तब्ध हुई, अब चुनौती भारत में है। देश के प्राय: सभी हिस्सों में मास्क न लगाने सहित अनेक अनुशासनहीन दृश्य आम हैं। प्रश्न है कि क्या हम आपदाओं को आदतन बुलाते हैं ? सामूहिक व्यवहारRead More


Vuln!! Path it now!!

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वैक्सीन के साथ कोरोना उपयुक्त व्यवहार ही बचाएगा कोरोना से

वैक्सीन के साथ कोरोना उपयुक्त व्यवहार ही बचाएगा कोरोना से बिहार कथा न्यूज नेटवर्क नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर देश में आ चुकी है। इसमें संक्रमण की गति एक बार फिर तेज देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन और कोरोना उपयुक्त व्यवहार का पालन करके ही आप कोरोना को हरा सकते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि हम निर्धारित दूरी का पालन करें। जब भी एक दूसरे से मिलें, उचित दूरी का पालन करें। बहुत अधिक जरूरी नहीं हो, तो सार्वजनिक जगहों पर नहीं जाएं।Read More


बहुरूपिया कोरोना वायरस हार मानने को तैयार नहीं

भारत में अभी तक कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन या प्रकार के मिलने की पुष्टि नहीं हुई है. लेकिन विशेषज्ञ नए वायरस के भारत पहुंचने की आशंका को खारिज भी नहीं कर रहे. – राजेश जोशी देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण के घटते मामलों और जनवरी से टीकाकरण की तैयारी की खबरों से मिलती राहत को ब्रिटेन में कोरोना वायरस संक्रमण की सूनामी ने बहा दिया है. ब्रिटेन में आए संकट की वजह है म्यूटेशन से बना नए तरह का कोरोना वायरस, जो मूल वायरस से काफी अलग है. नएRead More


बिहार पहुंचकर नरभसा गया कोरोना

बिहार पहुंचकर नरभसा गया कोरोना व्यंग्य : – टीकाराम साहू ‘आजाद’ अच्छे-अच्छे नरभसा (नर्वस) जाते हैं बिहार में। एक बार शरद जोशी बिहार पहुंचने पर नरभसा गए थे, और अब कोरोना। दोनों की गति ‘घायल की गति घायल जाने’ वाली हो गई। जोशी जी हिंदी में अंग्रेजी के घालमेल को लेकर नरभसाए थे, तो कोरोना बिहार में अपनी बेइज्जती को लेकर। कोरोना के नरभसाने की ब्रेकिंग न्यूज सबसे पहले मैं दे रहा हूं, इसलिए हमारे अखबार की प्रति बढ़े, तो किसी के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए। कोई विवादRead More


बिहार में कैसे हो रही है कोरोना की जांच सुनिए एक पीडित की जुबानी

Durgesh Yadav मैं खुद 5 दिनों से अस्वस्थ हूं बॉडी का टेंपरेचर 99 से 101 डिग्री फॉरेनहाइट के बीच रह रहा है । मेरे साथ काम करने वाले 3अन्य साथी भी अस्वस्थ थे लेकिन वे तीनों अभी ठीक हो गए हैं । 5 दिन बाद खांसी भी शुरू हुआ है मुझे लगा कि मुझे अपना जांच करा लेना चाहिए अपना जांच कराने के लिए मैं पहले 104 नंबर पर फोन लगाया हर बार आपका स्वागत है कहा गया मेरा समस्या जानने के बाद यह कहा गया कि आप लाइन परRead More


समाज बीमार, बाजार लाचार, वापस सरकार

अरुण कुमार त्रिपाठी इस सदी में तीसरी बार बाजार ने घुटने टेके हैं और सरकारों की वापसी हुई है। लेकिन इस बार समाज सबसे ज्यादा अपंग है। पहली बार सरकारों की वापसी तब हुई थी जब 11 सितंबर 2001 को न्यूयार्क के वर्ल्ड ट्रेड टावर पर आतंकी हमला हुआ था। दूसरी बार तब हुआ जब 2008 में अमेरिकी वित्तीय प्रणाली और उदारीकरण के नियमों की अंधेरगर्दी ने बैंकों को तबाह कर दिया था। तीसरी घटना नोवेल कोरोना महामारी के कारण हुई है। इस बदलाव ने जहां बाजार के अदृश्य हाथRead More


आपदाओं पर आत्ममंथन की जरूरत

नीतीश पाण्डेय, अधिवक्ता, दिल्ली आज सोशलमीडिया ने सुचना प्रसारण में शिक्षा की बाधा को समाप्त कर दिया है, सबको थोड़ी- बहुत जानकारी हो जाती है, देश- दुनिया में हो रही उथल- पुथल के बारे में | स्मार्ट फ़ोन की पहुँच ने सबकुछ आसान कर दिया है |जब बिहार- झारखंड /उत्तरप्रदेश के किसी गाँव से कोई दिल्ली, मुम्बई, सुरत कमाने के लिए जाता है, तो अपने साथ वह व्यक्ति अपने राज्य सरकारों के निक्कमेपन को साथ लिए घुमता है, बार-बार ताना सुनना पड़ता है, लेकिन उस मजबूर मजदूर के लिए घरवापसीRead More


लॉकडाउन में गोपालंज जिले में इस तरह से हैं गांव बाजार का नजारा

घर गुलजार, सूना पड़ा गांव, बाजार -लॉकडाउन के कारण घरों से निकलने से परहेज कर रहे लोग -गांवों में भी अब लोग एक दूसरे के बीच रख रहे पर्याप्त दूरी गोपालगंज : लॉकडाउन की वजह से लोग घरों में हैं। इस कारण घर गुलजार है। लेकिन गांव से लेकर बाजार व शहर तक एकदम सुनसान पड़ गए हैं। हमेशा चहल-पहल रहने वाले बाजारों में इस समय हर तरफ सन्नाटा छाया हुआ है। जगह-जगह पुलिस कर्मी मुस्तैद दिखाई दे रहे हैं। इस बीच अगर कुछ लोग घर से बाहर निकल भीRead More


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