Tuesday, March 30th, 2021

 

वैक्सीन के साथ कोरोना उपयुक्त व्यवहार ही बचाएगा कोरोना से

वैक्सीन के साथ कोरोना उपयुक्त व्यवहार ही बचाएगा कोरोना से बिहार कथा न्यूज नेटवर्क नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर देश में आ चुकी है। इसमें संक्रमण की गति एक बार फिर तेज देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन और कोरोना उपयुक्त व्यवहार का पालन करके ही आप कोरोना को हरा सकते हैं। विशेषज्ञ कहते हैं कि हम निर्धारित दूरी का पालन करें। जब भी एक दूसरे से मिलें, उचित दूरी का पालन करें। बहुत अधिक जरूरी नहीं हो, तो सार्वजनिक जगहों पर नहीं जाएं।Read More


किसके लिए मोदी ने करवाा था तेल का भंडारण

संजय तिवारी जब मोदी ने लॉकडाउन किया तो क्रूड ऑयल की कीमतें गिर रही थीं। कमोबेश पूरी दुनिया में गाड़ियों के पहिये थम गये थे जिसका असर क्रूड ऑयल की कीमतों पर पड़ा। तत्काल मोदी के खून में जो व्यापार है वो जाग गया। पेट्रोलियम मंत्रालय को आदेश हुआ कि जितना हो सकता है क्रूड ऑयल खरीदकर उसका भंडारण कर लो। इसमें कोई बुराई नहीं थी। आपदा में अवसर खोज लिया गया था। लेकिन ये सब किया किसके लिए गया? जनता के सुख सुविधा के लिए? जी नहीं। ये सबRead More


भारत के विश्वगुरु का मतलब

संजय तिवारी असली विकास है मनुष्य की चेतना का विकास। भारत इसी विकास का आदिकाल से विश्वगुरु है। लेकिन चेतन व्यक्ति भोगवादी नहीं होता। जो समाज जितना चेतन होता है उतना ही त्यागवादी होता है। विकसित चेतना के लिए भोग विलास क्षण भंगुर है। भोग विलास करने के लिए मनुष्य की चेतना का पतन जरूरी है। ये जो बाजार है उसका पहला वार आपकी चेतना पर ही होता है। वह आपसे आपकी निर्णय क्षमता को छीन लेता है। इसके बाद वह आपको समझाता है कि कौन सी क्रीम लगाने सेRead More


भारत में सरकार का मतलब जनता को लूटने के लिए गढा गया  सांचा

संजय तिवारी एक बार भाजपा के एक वरिष्ठ नेता कह रहे थे, मोदी को विरोध से कोई फर्क नहीं पड़ता। मोदी कहते हैं विरोधी अपना काम कर रहे हैं और मैं अपना। अगर विरोधियों की बात पर ध्यान दूंगा तो कभी काम नहीं कर पाऊंगा। जो नेता ये बात बता रहे थे किसी समय मोदी उनसे मिलने का टाइम मांगते थे। लेकिन टाइम बदला। मोदी अर्श पर चले गये और नेता जी फर्श पर। लेकिन जब ये बात सुनी थी तब मोदी विरोध करनेवाला एक वर्ग विशेष ही था। येRead More


क्या आप जानते हैं अरब देश और भारतीयों मुसलमानों के बीच का अंतर

संजय तिवारी सऊदी अरब, यूएई, ईरान, इराक, कुवैत, बहरीन या फिर तुर्की में कोई गैर मुस्लिमों को इस्लाम कबूल करवाने के चक्कर में नहीं पड़ता। खाड़ी देशों का संघर्ष मजहब का नहीं बल्कि नस्ल का है। इस्लाम उनके लिए डिबेट का हिस्सा नहीं है। उन्हें लगता है ये तो है ही। उनके लिए प्रमुख है उनकी नस्ल। इसलिए अभी हाल में ही सऊदी अरब ने पाकिस्तान की महिलाओं से निकाह पर रोक लगा दिया है। पाकिस्तान या भारत में जहां के मुसलमान दिन रात सऊदी के मुसलमानों से भाईचारा दिखानेRead More


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