बिहार कथा
कहां जाएगी पत्रकारिता..जब उसकी पढ़ाई का ऐसा हाल होगा..

उमेश चतुर्वेदी हाल के दिनों में मेरा साबका पत्रकारिता के कुछ विद्यार्थियों से हुआ…सभी विद्यार्थी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के कुछ संस्थानों में पढ़ रहे हैं..कोई पहले साल का छात्र है तो कोई तीसरे साल का.. इन सभी छात्रों में एक समानता नजर आई…वे आज के टेलीविजन के एंकरों को खूब जानते हैं..लेकिन समाचार या विचार को नहीं..सोशल मीडिया में इन एंकरों की जो छवि है..जिस वैचारिक धारा के वे एंकर हैं..उनकी भी सोच कमोबेश वैसी ही है.. दो किश्तों में इन छात्रों से मुलाकात हुई..इनमें से दो याRead More
क्या बिना शारीरिक दण्ड के शिक्षा संभव नहीं भारत में!

क्या बिना मारे नहीं पढ़ा सकता शंभुआ! बोधिसत्व मेरे एक अध्यापक थे शंभु नाथ दुबे। वे हमारे गांव के प्रायमरी में पढ़ाते थे। उनका गांव भी एक गांव छोड़ कर पड़ता था। वे हरीपट्टी के हम भिखारी राम पुर के बीच में एक गांव था बनकट। वह भूगोल नहीं बदला है। अब वे शंभु नाथ दुबे गुरुजी शरीर में नहीं हैं। लेकिन मन में हैं! उनकी अकसर याद आती है। वैसे तो अनेक अध्यापक याद आते है लेकिन उनकी याद एक दो विशेष कारणों से आती है! शंभु नाथ दुबेRead More
हथुआ में बूथ स्तर पर पहुँचेगा जन सुराज

हथुआ में बूथ स्तर पर पहुँचेगा जन सुराज …… हथुआ गाँधी आश्रम में हुआ जन सुराज का प्रखंड समिति की बैठक संवाददाता, हथुआ/गोपालगंज। हथुआ बाजार स्थित गाँधी आश्रम में जन सुराज के तरफ से प्रखंड समिति की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की शुरुआत गाँधी जी की प्रतिमा को माल्यार्पण के बाद की गई. इसमें जन सुराज के जिला स्तर व विभिन्न गावों से सैकडों कार्यकर्ता पहुँचे थे, जिसमें भविष्य के कई योजनाओं व एजेंडो पर चर्चा की गई. बैठक को लेकर चर्चा करते हुए महिला नेत्री सुनीता साहRead More
कोसी में रहना है तो देह चलाना सीखो !

पुष्यमित्र नदियों का इलाका है। छोटे छोटे काम के लिए नाव से दो नदी, तीन नदी पार करना, दियारा के इलाके में कई कई कोस पैदल चलना यहां आम बात है। औरतें रोज घास काटने के लिए इतना सफर दौड़ते कूदते कर लेती हैं। थकती नहीं हैं, सफर में खूब बतियाती हैं, अजनबी लोगों को रास्ता दिखाती हैं। घुटने भर कीचड़ में पांव डालने में घबराती नहीं हैं। सिर पर घास का गट्ठर लादे फोन पर दूर देस में रोजगार कर रहे अपने बेटे से बतियाती हैं। घर की मुसीबतें,Read More
जाति आधारित गणना के गर्भ से निकली थी महागठबंधन सरकार

अब सर्वे रिपोर्ट बताएगी उसकी ताकत —- वीरेंद्र यादव, वरिष्ठ पत्रकार —- प्रदेश में जाति आधारित गणना कार्य फिर से शुरू हो गया है। सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 26 नवंबर यानी संविधान दिवस के मौके पर सरकार जाति आधारित गणना की सर्वे रिपोर्ट जारी करेगी। इस बीच कोई न्यायिक अड़चन नहीं आयी तो सर्वे रिपोर्ट पहले की भी जारी हो सकती है। सर्वे रिपोर्ट में जातिवार व्यक्तियों की संख्या नहीं बतायी जाएगी और न कोई प्रतिशत में जाति के आंकड़े जारी किये जाएंगे। संसाधन और अवसरRead More
पटना फ्लाईओवर के मामले में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ

#पटना फ्लाईओवर के मामले में गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ बढ़ रहा है। ____ इतिहास में कोई भी राजा अपने राजधानी को सपनों का शहर बनाना चाहता है। कोई – कोई तो सपनों की सनक में राजधानी तक बदल देता है। हालांकि लोकतंत्र में ऐसे उदाहरण नहीं है। किन्तु राज्य की राजधानी खूबसूरत हो ऐसा कौन नहीं चाहेगा? मौर्य काल को छोड़ दें तो बिहार की राजधानी कभी दर्शनीय नहीं रही है। पटना चंडीगढ़, बेंगलुरु, भुवनेश्वर की तरह संजीदगी से बसाया गया शहर भी नहीं है। यह आधुनिकRead More
मोदी को कितनी टक्कर देगा विपक्ष का इंडिया

रमेश सर्राफ धमोरा पिछले नौ वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत एनडीए गठबंधन को चुनौती देने के लिए कांग्रेस सहित देश के 26 विपक्षी दलों के नेताओं ने एक नए राजनीतिक गठबंधन बनाने की घोषणा की है। बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए दलों ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के स्थान पर इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के नाम पर एक नया गठबंधन बनाया है। विपक्ष के इंडिया गठबंधन के संयोजक की घोषणा अभी तक नहीं हो पाईRead More
प्रेम का नया वर्जन

सर्वेश कुमार तिवारी पिछले चार पाँच वर्षों में उपजा यह प्रेम का नया वर्जन है। नई रीतियाँ, नए तरीके… पहले अपने परिवार से झूठ बोल कर किसी के साथ भाग जाएं, और उसके बाद पुलिस प्रशासन में आवेदन दे कर, या वीडियो बना कर कहें कि हमें अपने माँ-बाप से जान का खतरा है। आपको इस तरह भागने वाली कुछ घटनाएं याद हों तो याद कीजिये, लगभग सभी में लड़की से यह कहलवाया जाता है कि हमें माँ-बाप से जान का खतरा है। यह इसलिए किया जाता है कि माता-पिताRead More
ऑपरेशन थियेटर में बापू के दुर्लभ चित्र

पुष्यमित्र यह बड़ा दुर्लभ चित्र है। इस चित्र में बाईं तरफ कोने में बापू बैठे हैं। मुंह पर मास्क लगाये। सामने कई डॉक्टर नजर आ रहे हैं। यह पटना के पीएमसीएच के ओपरेशन थियेटर का दृश्य है। तारीख 15 मई 1947, रात के 8 से 9 बजे के बीच। गांधी की पोती मनु का एपेंडिक्स का ओपरेशन चल रहा है। यह चित्र इसलिये भी दुर्लभ है क्योंकि गांधी इलाज के लिये एलोपेथी पर बिल्कुल भरोसा नहीं करते थे। वे अपना इलाज प्राकृतिक चिकित्सा से ही करते थे और दूसरों कोRead More