Tuesday, July 20th, 2021

 

अजय सिंह की पीढ़ी बदल गयी, लेकिन भाषा नहीं

वीरेंद्र यादव. मुंगेर जिले के जमालपुर से कांग्रेस के विधायक हैं अजय कुमार सिंह। भूमिहार हैं। कृषि को अपना मुख्‍य आधार मानने वाले अजय सिंह की डिग्री डॉक्‍टरेट तक की है। भागलपुर विश्‍‍वविद्यालय से एमएससी की डिग्री ली थी। उनसे हमारी पहली मुलाकात विधान सभा के परिसर में हुई थी। वे रामगढ़ के विधायक सुधाकर सिंह से भोजपुरी में बात कर रहे थे। हमने कहा कि जमालपुर के विधायक भोजपुरी में बोल रहे हैं। तब उन्‍होंने बताया कि उनके पूर्वज मूलत: गाजीपुर के रहने वाले थे और कई पीढ़ी पहलेRead More


समीकरण की राजनीति में पीछे छूट गये हैं जनता के मुद्दे

वीरेंद्र यादव मधुबनी जिले के बिस्‍फी से भाजपा के विधायक हैं हरिभूषण ठाकुर ‘बचोल’। जाति से भूमिहार हैं, हालांकि उनके निर्वाचन क्षेत्र में भूमिहारों की संख्‍या काफी कम है। भगवा वेषधारी श्री बचोल से आमतौर पर विधानमंडल के गलियारे में मुलाकात हो जाती है। वे तीसरी बार विधान सभा के लिए निर्वाचित हुए हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री हुकुमदेव नारायण यादव को अपना राजनीतिक गुरु मानने वाले हरिभूषण ठाकुर कहते हैं कि अपनी यात्रा की शुरुआत विद्यार्थी परिषद से की थी। इसके बाद आरएसएस के अन्‍य संगठनों के साथ जुड़कर राष्‍ट्रनिर्माणRead More


जनता सड़क, बिजली और पानी से आगे निकल गयी है

वीरेंद्र यादव न्‍यूज  खगडि़या जिले के परबत्‍ता से जदयू के विधायक हैं डॉ संजीव कुमार। एमबीबीएस और पीजीडीएचएम डिग्रीधारी संजीव कुमार के पिता आरएन सिंह बिहार सरकार में कई बार मंत्री और विधायक रहे हैं। 2020 में जदयू ने पिता की जगह पुत्र डॉ संजीव को टिकट दिया और फिर वे विधान सभा पहुंच गये। वे भूमिहार जा‍ति से आते हैं, हालांकि वे कहते हैं कि राजनीतिे से जातिवाद खत्‍म होना चाहिए। वीरेंद्र यादव न्‍यूज के साथ बातचीत में उन्‍होंने कहा कि मुम्‍बई‍ स्थि‍त सेठ जीएस मेडिकल कॉलेज एंड केईएमRead More


स्‍पीकर कर फरमान- साल में कम से कम तीन रिपोर्ट दें समितियां

Birendra Yadav, Patna   पिछले तीन दिनों में विधान सभा की सभी 22 संसदीय समितियों की अलग-अलग बैठक हुई। इस बीच विधान सभा अध्‍यक्ष विजय कुमार सिन्‍हा ने समितियों को कार्यशील और सक्रिय बनाने का आग्रह समितियों के सभापति और सदस्‍यों से किया है। उन्‍होंने समितियों के दिये सुझाव में कहा है कि संसदीय समितियों को साल में कम से कम तीन रिपोर्ट सभा सचिवालय को अनिवार्य रूप से सौंपना चाहिए। उनका मानना है कि इससे विकास कार्यों को गति मिलने के साथ ही संसदीय और विधायी प्रक्रिया भी तेज होगी।Read More


क्यों कई विकसित देशों से बेहतर है भारत का टीकाकरण अभियान

सुभाष चंद्र बिहार के मिथिला क्षेत्र में एक कहावत बहुत प्रचलित है- बाडीक पटुआ तीत। इसका तात्पर्य यह कि लोग एक-दूसरे पर भरोसा करने के बजाय बाहरी लोगों पर अधिक यकीन करना चाहते हैं। आजकल कुछ लोगों की यही सोच हो गई है कि अपने निहित स्वार्थ और अधिक बुद्धिजीवी दिखाने के लिए वो पश्चिमी देशों पर अधिक भरोसा करते हैं, जबकि सच्चाई इसके विपरीत है। 21 जून 2021 को भारत में टीकाकरण महाअभियान को नई गति दी गई, तो इजरायल की कुल जनसंख्या के बराबर लोगों को टीका लगायाRead More


बिहार के 40 हजार से अधिक नियोजित शिक्षकों की नौकरी खतरे में

रजनीश कुमार पटना. बिहार के 40 हजार से अधिक नियोजित शिक्षकों की नौकरी खतरे में जाती दिख रही है. बिहार में निगरानी जांच से छूटे हुए पंचायती राज और नगर निकाय के शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग के पोर्टल पर सर्टिफिकेट अपलोड करने की मंगलवार 20 जुलाई को आखिरी तिथि है, ऐसे में 40 हजार से ज्यादा शिक्षकों की धड़कनें तेज हो गई हैं. राज्य में वैसे 88 हजार शिक्षक जिनके सर्टिफिकेट की अब तक जांच नहीं हुई थी, उनके लिए शिक्षा विभाग ने वेब पोर्टल तैयार कर सर्टिफिकेट अपलोडRead More


साइकिल चलाने पर पटना में FIR !

बिहार के कांग्रेसी पूछ रहे यह अपराध कब से हो गया पटना में कांग्रेस नेताओं पर दर्ज हुई है प्राथमिकी पटना. बिहार के कांग्रेसी साइकिल चला कर बुरी तरह फंस गए हैं। पटना की सड़कों पर उनके साइकिल शो के बाद पुलिस ने पांच नेताओं के खिलाफ नामजद और 100 अज्ञात लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। गांधी मैदान थाना में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कांग्रेस नेता पूछ रहे हैं कि पटना में साइकिल चलाना कब से गैरकानूनी हो गया, वह भी गैर प्रतिबंधित क्षेत्र में। कांग्रेस केRead More


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