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हम भारत के लोग कैसा भारत चाहते हैं

रुचिर गर्ग बहुत क्षोभ होता है जब यह देखने को मिलता है कि कोई राजनीतिक दल अपने एजेंडा के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए संगठित तरीके से सोशल मीडिया पर घटिया हथकंडे अपना रहा हो । सीएए , एनपीआर और एनआरसी के पक्ष में मिस्ड कॉल से समर्थन जुटाने के लिए एक टॉल फ्री नम्बर जारी किया गया और कुछ समय में ही यह खबर वायरल हो गई कि लोगों को आकर्षित करने के लिए किस तरह इस नम्बर पर मुफ्त नेटफ्लिक्स से लेकर लड़कियों से चैट करने तकRead More


सावित्रीबाई फुले के जीवन की 10 मुख्य उपलब्धियां

सावित्रीबाई फुले के जीवन की 10 मुख्य उपलब्धियां इस प्रकार हैं – गीता यादव उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर 1848 में पुणे में लड़कियों का स्कूल खोला. इसे देश में लड़कियों का पहला स्कूल माना जाता है. उस समय तक लड़कियों के स्कूल नहीं होते थे. मिशनिरियों के स्कूल में लड़कियां भी कहीं-कहीं जाती थीं. लेकिन लड़कियों के अलग स्कूल नहीं होते थे. अपने जीवन काल में फुले दंपति ने 18 स्कूल खोले. ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने शिक्षा के क्षेत्र में फुले दंपति के योगदान को स्वीकार करतेRead More


…यहां के बच्चों का डर कहीं वे मर्दाना कमजोरी के शिकार तो नहीं हो जाएंगे

Vineet Kumar के फेसबुक टाइमलाइन से साभार हिन्दी पट्टी में पैदा हुए अधिकांश बच्चे दसवीं- बारहवीं तक या तो खुद समाज विज्ञान या कला पढ़ना नहीं चाहते और गर चाहें भी तो उनके मां-बाप की इज्ज़त चली जाती है. खासकर लड़कों को तो इस बात का भी डर सताता है कि ये सब पढ़कर कहीं आगे चलकर मर्दाना कमजोरी के शिकार तो नहीं हो जाएंगे ? दहेज की रेट वहीं से स्खलित होने लग जाती है. इस पट्टी से आए लोगों के लिए साइंस पढ़ना रूचि से कहीं ज्यादा सोशलRead More


बिहार की हिडेन हिस्ट्री : अंगुलिमाल परित्त

अंगुलिमाल परित्त पुष्यमित्र के फेसबुक टाइमलाइन से साभार यतो हम भगिनी अरियाय जातियो जातो नभि जानामि सनसिक्का पणाम जीविता वोरोपिता। तेना सक्केना सोत्ति ते होतु गबभासा। अर्थ- हे बहन, मैंने इस नए जन्म अपनी जानकारी में किसी का अहित नहीं किया है। इसलिये तुम्हारा दुख दूर होगा और तुम्हारे गर्भ में पल रहे शिशु का भी। थेरवाद(हीनयान) बौद्धों के घर में जब शिशु का जन्म होने वाला होता है, तब कोई भिक्खु आकर यह मंत्र गर्भवती स्त्री को कहता है। भावना यह होती है कि गर्भवती स्त्री का कष्ट दूर होRead More


दुनिया में एक ईमानदार और ताकतवर इंसान एक साथ नहीं मिला

यह देश क्या ऐसे ही चलेगा? पुष्यमित्र हम रघुवर दास को चुनाव में हरा कर खुश हो जाएंगे और हेमन्त सोरेन के व्यक्तित्व में खूबियाँ तलाशने लगेंगे। हम कहने लगेंगे बन्दा बहुत सहज है, अपना जैसा लगता है। रघुवर दास जैसा एरोगेंट नहीं है, जो अपने कार्यकर्ताओं तक को नहीं तरजीह देता था। हम नीतीश को हरा देंगे और फिर तेजस्वी को सत्ता दे देंगे। मोदी को हरा कर राहुल को ले आएंगे। फिर एक रोज समझ आएगा कि ये लोग ढीले हैं, भ्रष्टाचार को तरजीह देने वाले हैं औरRead More


हरिहर हो जाएगा बिहार यदि सफल हुई सरकार की यह योजना

बिहार सरकार लगाना चाहती है 251 करोड पेड, अगस्त,2020 तक का है लक्ष्य बेगुसराय में 7 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है बिहार कथा.बेगुसराय. बिहार सरकार ने एक ऐसी योजना बनाई है यदि वह सफल हो जाए तो बिहार पूरी तरह से हरियर हो जाएगा. यह योजना है पूरे बिहार में 251 करोड पेड लगाने की योजना. लेकिन यह सफल होगा या नहीं यह भविष्य की बात है, क्योंकि बिहार में पहले भी हर साल बरसारत में पेड लगाए जाते हैं, लेकिन एक ओर लगते हैं और दूसरे ओर सूखRead More


जनता के बीच बने रहने की रणनीति से जीती थी भाजपा

जनता के बीच बने रहने की रणनीति से जीती थी भाजपा 0 भाजपा की जीत में मोदी के करिश्मे के साथ पार्टी की लगातार जनता के बीच बने रहने की रणनीति का अहम योगदान : राम माधव0 -पत्रकार संतोष कुमार की किताब भारत कैसे हुआ मोदीयम के लोकार्पण पर राममाधव ने कहा राहुल सिंह. नई दिल्ली।  भाजपा के महासचिव राम माधव ने कहा है कि भाजपा की जीत में मोदी का करिश्मे के साथ सरकार के प्रदर्शन व संघ परिवार की अहम भूमिका थी। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनावRead More


जहां अरुण जेटली के बच्चे पढ़े, उन्होंने अपने ड्राइवर और कुक के बच्चों को भी वहीं पढ़ाया

स्मृति शेष / संतोष कुमार.नई दिल्ली. दान वही, जो गुप्तदान हो और मदद वही, जो दूसरे हाथ को भी पता न चले। पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली भी कुछ ऐसा ही किया करते थे। जेटली अपने निजी स्टाफ के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाते थे। उनके परिवार की देखरेख भी अपने परिवार की तरह ही करते थे, क्योंकि वे इन्हें अपने परिवार का हिस्सा मानते थे। दूसरी ओर, कर्मचारी भी परिवार के सदस्य की तरह जेटली की देखभाल करते थे। उन्हें समय पर दवाRead More


नया घपला : बिहार के स्कूलों में 1 अंडा खरीदा जा रहा 16 रुपए में

पटना। बिहार के मुजफ्फरपुर से एक बड़े घोटाले की खबर सामने आई है। जहाँ आवासीय स्कूलों में सस्ती चीजों को महंगा बताया गया। एक अंडे की कीमत 16 रुपए बताई गई है। घोटाले को लेकर बताया जा रहा है कि मुजफ्फरपुर जिले के एक दर्जन से अधिक बालिका आवासीय विद्यालयों में सामानों की खरीद में बड़ा घोटाला सामने आया है। इन स्कूलों में एक तरफ तो ड्राई फ्रूट्स एक रुपये प्रति किलो के हिसाब से खरीदे गए, वहीं एक अंडे की कीमत 16 रुपए बताई गई है। वहीँ चना औरRead More


ईशा मुहम्मद की पहल पर हो रहा शिव व जानकी मंदिर का जीर्णोद्धार

सुनील कुमार मिश्र (हथुआ) समाज में आपसी अविश्वास व नफरत के बढ़ते माहौल के बीच उचकागांव प्रखंड की महैचा पंचायत स्थित अंबिका क्षेत्र समाजिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश कर रहा है। इस पंचायत के लोग भाईचारा के साथ रहते हैं। साथ ही धार्मिक व सामाजिक आयोजन मिल-जुल कर करते हैं। बेशक धर्म व संप्रदाय अलग है, लेकिन भाईचारा सब पर भारी है। इस गांव में स्थित हथुआ राज के प्राचीन शिव मंदिर व राम जानकी मंदिर का कायाकल्प गांव के एक मुस्लिम श्रद्धालु ईशा मुहम्मद गद्दी की पहल परRead More


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