Indian Politice

 
 

लालू परिवार से राज्यसभा के लिए कोई उम्मीदवारी नहीं

12 मार्च को होगा उम्मीदवारों का ‘अनावरण’ सवर्णों की कुनबेबाजी की गिरफ्त में भाजपा Birendra Yadav ————– बिहार से राज्यसभा की 5 सीटों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है। 13 मार्च नामांकन की अंतिम तारीख है, जबकि नाम वापसी की तिथि 18 मार्च है। विधानसभा में विधायकों की संख्या के हिसाब से सभी पक्षों के पास पर्याप्त वोट है। विधायकों की संख्या के हिसाब से राजद 2, जदयू 2 और भाजपा एक सांसद को राज्यसभा भेजने में सक्षम है। संभव है कि 18 मार्च को शाम 4Read More


बिहार की महिला विधायकों ने मांगा आरक्षण

बिहार की महिला विधायकों ने मांगा आरक्षण अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पटना. दलीय राजनीति से ऊपर उठकर शुक्रवार को सभी दलों की महिला विधायकों ने आधी आबादी के पक्ष मेंअपनी आवाज बुलंद की। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) के दो दिन पूर्व ‘आधी आबादी को आधी हिस्सेदारी’ के नारे के साथ विधायिका में महिलाओं को 50 फीसदी आरक्षण की इन्होंने मांग की। विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही जदयू विधायक व पूर्व मंत्री डॉ. रंजू गीता ने सभाध्यक्ष विजय चौधरी से कहा कि उन्हें कुछ कहना है। अनुमति मिलने पर कहाRead More


धोती-कुर्ता प्रेमी हैं हरिनारायण चौधरी और सिंह गांधी टोपी के बाद अब विलुप्त होने के कगार पर धोती-कुर्ता

Birendra Yadav आजादी की लड़ाई में ‘गांधी टोपी’ आंदोलन की पहचान थी। गांधीवादी युग के कई नेता वर्षों तक विधान मंडल में धोती-कुर्ता पर टोपी पहनकर आते थे। राजनीति में कांग्रेस के हाशिये पर पहुंचने के बाद गांधी टोपी भी माथे से गायब गयी। जब तक अरुण कुमार विधान परिषद के सभापति रहे, उनके माथे पर गांधी टोपी गांधीवाद की पहचान थी। लेकिन अब धोती-कुर्ता पहनने वाले विधायक और विधान पार्षद की संख्‍या भी लगातार कम हो रही है। बुधवार को विधान पार्षद राधाचरण साह से मुलाकात हुई। झकास धोती-कुर्ताRead More


सोशल जस्टिस के ब्रेकर

सोशल जस्टिस के ब्रेकर हैं नीतीश — चुनाव की बात जगदानंद सिंह के साथ birendra yadav मांगलवार की शाम हम राजद कार्यालय पहुंच गये। पार्टी पदाधिकारियों की सूची की आवश्यकता थी। बाहर निकलते समय दरवाजे पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह से मुलाकात हो गयी। वे किसी पुराने साथी को छोड़ने के लिए अपने चैंबर से बाहर आये थे। उनके साथ हम चैंबर में पहुंचे। अध्यक्ष समेत सिर्फ सात कुर्सियां। अध्यक्ष के सामने की कुर्सी हमने हथियाया। अनौपचारिक बातचीत में उन्होंने कहा कि जदयू को करंट लग गया न। नीतीश कुमारRead More


बिहार कब तक रहेगा लिट्टी-चोखा के आसरे ?

– नवल किशोर कुमार सियासत भी बहुत कमाल की चीज है। इतनी कि बड़े-बड़े सूरमा तक इसकी थाह नहीं लगा सकते। क्या किसी ने सोचा होगा कि लिट्टी-चोखा के सहारे भी एक बड़े प्रदेश में होने वाले चुनाव की राजनीति की शुरूआत हो सकती है। लेकिन यही तो राजनीति है। इसमें हर किए का एक मतलब होता है। बेमतलब कुछ भी नहीं होता। इसलिए नरेंद्र मोदी द्वारा लिट्टी-चोखा खाने का खास मतलब है और इस मतलब से वे भी बेमतलब नहीं हैं जो बिहार में राजनीति करते हैं। कहने काRead More


बिहार की सत्ता का सेमीफाइनल, दिल्ली में बिछेगी सियासी बिसात

बिहार की सत्ता का सेमीफाइनल, दिल्ली में बिछेगी सियासी बिसात, JDU तैयार, RJD को चाहिए कांग्रेस पटना.अरविंद शर्मा। दिल्ली विधानसभा चुनाव के ऐलान के साथ ही बिहार के राजनीतिक दलों की जमात भी अपनी-अपनी बिसात बिछाने में जुट गई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जदयू अपने दम पर पहले से सक्रिय है। कांग्र्रेस के सहारे राजद अब सक्रिय होने वाला है। बिहार में विपरीत धारा की राजनीति करने वाले दोनों राष्ट्रीय दल भाजपा और कांग्र्रेस की अदावत पटना से दिल्ली तक तो पहले से ही है। असली राजनीतिक कड़वाहट औरRead More


हम भारत के लोग कैसा भारत चाहते हैं

रुचिर गर्ग बहुत क्षोभ होता है जब यह देखने को मिलता है कि कोई राजनीतिक दल अपने एजेंडा के पक्ष में समर्थन जुटाने के लिए संगठित तरीके से सोशल मीडिया पर घटिया हथकंडे अपना रहा हो । सीएए , एनपीआर और एनआरसी के पक्ष में मिस्ड कॉल से समर्थन जुटाने के लिए एक टॉल फ्री नम्बर जारी किया गया और कुछ समय में ही यह खबर वायरल हो गई कि लोगों को आकर्षित करने के लिए किस तरह इस नम्बर पर मुफ्त नेटफ्लिक्स से लेकर लड़कियों से चैट करने तकRead More


…यहां के बच्चों का डर कहीं वे मर्दाना कमजोरी के शिकार तो नहीं हो जाएंगे

Vineet Kumar के फेसबुक टाइमलाइन से साभार हिन्दी पट्टी में पैदा हुए अधिकांश बच्चे दसवीं- बारहवीं तक या तो खुद समाज विज्ञान या कला पढ़ना नहीं चाहते और गर चाहें भी तो उनके मां-बाप की इज्ज़त चली जाती है. खासकर लड़कों को तो इस बात का भी डर सताता है कि ये सब पढ़कर कहीं आगे चलकर मर्दाना कमजोरी के शिकार तो नहीं हो जाएंगे ? दहेज की रेट वहीं से स्खलित होने लग जाती है. इस पट्टी से आए लोगों के लिए साइंस पढ़ना रूचि से कहीं ज्यादा सोशलRead More


दुनिया में एक ईमानदार और ताकतवर इंसान एक साथ नहीं मिला

यह देश क्या ऐसे ही चलेगा? पुष्यमित्र हम रघुवर दास को चुनाव में हरा कर खुश हो जाएंगे और हेमन्त सोरेन के व्यक्तित्व में खूबियाँ तलाशने लगेंगे। हम कहने लगेंगे बन्दा बहुत सहज है, अपना जैसा लगता है। रघुवर दास जैसा एरोगेंट नहीं है, जो अपने कार्यकर्ताओं तक को नहीं तरजीह देता था। हम नीतीश को हरा देंगे और फिर तेजस्वी को सत्ता दे देंगे। मोदी को हरा कर राहुल को ले आएंगे। फिर एक रोज समझ आएगा कि ये लोग ढीले हैं, भ्रष्टाचार को तरजीह देने वाले हैं औरRead More


न्यूज पोर्टल के लिए सरकारी समिति बना रही है नियमावली

सरकार जल्दी ही लागू करने वाली है न्यूज पोर्टल हेतु नियमावली संजय जोशी आज के तकनिकी युग में हर क्षेत्र में क्रांति आयी. जिसमे पत्रकारिता भी पीछे नहीं रही. पत्रकारों को अपने विचारों व अभिव्यक्ति को व्यक्त करने के लिए एक नया क्रन्तिकारी मंच मिला जिसे आज हम “न्यूज पोर्टल” के नाम से जानते है. दुनिया भर में न्यूज पोर्टल की शुरुआत बड़ी तेजी से हुई. न्यूज पोर्टल्स की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए कई पुराने अखबार व टीवी चैनलों ने भी अपना-अपना वेब पोर्टल शुरू किया. लेकिन जहाँ एकRead More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com