बिहार बन रही है हाई सिक्योरिटी की ऐसी जेल जिसकी दिवार पर बम ब्लॉस्ट होगा बेअसर

जिसकी दिवार पर बम ब्लॉस्ट होगा बेअसर
विदेशी जेल की तरह स्कैनर, जैमर, एक्स-रे सिस्टम, सिक्योरिटी पास व नाइट-विजन वाले कैमरों से होगा लैस

बिहार की पहली हाइ-सिक्योरिटी जेल अब बनेगी भागलपुर में, जेल में सुरक्षा से जुड़े विशेष प्रावधान रहेंगे
पटना : बिहार में जल्द ही एक बेहद हाइ-सिक्योरिटी जेल भागलपुर में बनने जा रही है. राज्य के पहले और अपनी तरह के एकमात्र इस जेल में सुरक्षा से जुड़े विशेष प्रावधान रहेंगे. इसमें मुख्य रूप से नक्सली, बड़े और दुर्दांत अपराधियों के अलावा आतंकियों को मुख्य रूप से रखा जायेगा. आये दिन जेलों की सुरक्षा में हो रही चूक को देखते हुए इस विशेष जेल में तमाम एहतियात बरते जायेंगे. इलेक्ट्रॉनिक और फिजिकल दोनों तरीके से इसे चाक-चौबंद बनाया जा रहा है. इसके नक्शे पर फाइनल एप्रुवल भवन निर्माण विभाग ने दे दिया है. अब इसका निर्माण कार्य शुरू करने के लिए जेल निदेशालय के स्तर से टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जायेगी. आने वाले दो से तीन महीनों में जेल का निर्माण शुरू होने की संभावना है. इसे बनने में दो साल लगने का अनुमान है.
पहले फुलवारी में बनने का था प्रस्ताव
भागलपुर में पहले से दो जेल मौजूद हैं. जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के पास ही करीब 22 एकड़ के क्षेत्रफल में इस हाइ-सिक्योरिटी जेल का निर्माण होगा. इससे पहले इस जेल के निर्माण का प्रस्ताव फुलवारीशरीफ स्थित जेल की बगल में था, लेकिन सुरक्षा व जमीन की कमी समेत दूसरे अन्य कारणों की वजह से इसका निर्माण भागलपुर में कराना तय किया गया है.
ये होंगी इस हाइ- सिक्योरिटी जेल की खास बातें
इस जेल की पूरी प्रणाली इलेक्ट्रॉनिक होगी. जेल की सभी दीवारें ईंट के स्थान पर कंक्रीट की होंगी, जो बम विस्फोट से भी क्षतिग्रस्त नहीं होंगी. इसका पूरा भवन भूकंप के झटकों को भी बर्दाश्त कर लेगा. इसकी सुरक्षा दीवारें तो अधिक ऊंची होंगी ही, इन पर और इसके आसपास खास किस्म के तार से सुरक्षा घेरा बनाया जायेगा. रात को इसमें से कम क्षमता वाला बिजली का करेंट भी गुजरेगा, जिससे अगर कोई पार करने की कोशिश करे, तो उसे जोर का झटका लगे.
लगेंगे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, 24 घंटे कैमरे से होगी मॉनीटरिंग
इसमें स्कैनर, जैमर, एक्स-रे सिस्टम, सिक्योरिटी पास व नाइट-विजन वाले कैमरों के अलावा सुरक्षा से जुड़े अन्य कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लगाये जायेंगे. मेन गेट समेत अन्य स्थानों की चौबीस घंटे कैमरे से मॉनीटरिंग होती रहेगी. इससे जेल हर तरह से सुरक्षित होगा. यहां एक बार बंद होने वाले कैदियों के लिए भागना असंभव होगा. साथ ही बाहर से अंदर भी किसी तरह का सामान ले जाना भी संभव नहीं होगा. इसके अलावा कैदियों की सुविधा के लिए भी तमाम इंतजाम रहेंगे.






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