तेजप्रताप-ऐश्वर्या की शाही शादी कैसे पहुंची तलाक तक,

जानिए इस शादी और तलाक की वजह
पटना. राष्टीय जनता दल के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक का मामला कोर्ट में चल रहा है जिसमें कोर्ट ने तेजप्रताप को पत्नी ऐश्वर्या को प्रति माह गुजारा भत्ता के लिए 22000 रुपये देने का आदेश दिया है। साथ ही, कोर्ट ने उन्हें दो लाख की राशि अलग से केस लड़ने के लिए देने को कहा है। पटना के फैमिली कोर्ट में तेजप्रताप यादव और ऐश्वर्या राय के तलाक मामले में मंगलवार को सुनवाई हुई।
राबड़ी देवी ने अपने बेटे तेजप्रताप के लिए काफी पढ़ी-लिखी और सुंदर बहू के रूप में ऐश्वर्या को चुना था। राबड़ी ने तब कहा था कि उन्हें जैसी बहू चाहिए थी, वो मिल गई है। लालू यादव भी ऐश्वर्या के रूप में बहू को पाकर खुश थे। काफी धूमधाम से पटना में पिछले साल 12 मई को तेजप्रताप और ऐश्वर्या की शादी शाही अंदाज में हुई थी, जिसमें देश भर के नेता और आम-खास लोग शामिल हुए थे।
शादी की सारी रस्में काफी धूमधाम से संपन्न हुई थीं और शादी के दूसरे दिन ही तेजप्रताप अपनी पत्नी एेश्वर्या को साइकिल पर घूमाने लगे थे, जिसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं। इस तस्वीर को देखकर किसी ने अंदाजा भी नहीं लगाया था कि कुछ ही महीने में ये शादी कोर्ट में तलाक तक पहुंच जाएगी।

मई में शादी, नवंबर में कोर्ट पहुंचे तेजप्रताप, कहा-तलाक चाहिए
शादी के चंद महीने बाद ही अचानक तेज प्रताप एक नवंबर 2018 को पटना के फैमिली कोर्ट पहुंचे और ऐश्वर्या से तलाक लेने संबंधित आवेदन दे दिया। ये खबर आग की तरह फैल गयी और तेजप्रताप ने साफ कहा कि अब मैं अपनी पत्नी के साथ नहीं रह सकता और ये तलाक होकर रहेगा। तेजप्रताप के इस फैसले ने जहां राजनीतिक गलियारे में तहलका मचा दिया तो वहीं इस फैसले से लालू परिवार की साख भी हिल गयी।
मूडियल किस्म के हैं तेजप्रताप
तेजप्रताप बचपन से ही मूडियल किस्म के हैं, तो परिवार में सबने सोचा कि मूड ठीक होगा तो वो अपना फैसला बदल लेंगे। लेकिन, तमाम कोशिशों के बावजूद तेजप्रताप अपने फैसले पर अडिग रहे और पिता लालू, मां राबडी के समझाने का भी उनपर कोई असर नहीं हुआ।

पहले तेजप्रताप ने लगाया आरोप, फिर ऐश्वर्या ने
तेजप्रताप ने पत्नी ऐश्वर्या पर गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि ऐसी लड़की के साथ वो अपना जीवन नहीं बिता सकते। वहीं, शुरू में तो ऐश्वर्या चुपचाप अपने ससुराल राबड़ी आवास में ही रह रही थीं। लेकिन एक दिन वो अचानक ससुराल से अकेली रोती हुई निकलीं औऱ मायके चली गईं। उनकी ये तस्वीर और ये वाकया भी मीडिया में सुर्खियां बनीं।
उसके बाद सब ठीक चल रहा था औऱ कोर्ट की तारीख पड़ती गई और मामले को सुलझाने के प्रयास जारी रहे। लेकिन, तलाक के आवेदन देेने के दिन से ही तेजप्रताप ने घर छोड़ दिया था और अलग रह रहे थे। उन्होंने अपने निजी जीवन में किसी के हस्तक्षेप करने की मनाही कर रखी थी। यहां तक कि कोर्ट की सुनवाई पर भी मीडिया के रोक लगाने का आवेदन दिया था।
वहीं, कुछ दिनों पहले एेश्वर्या राबड़ी आवास से फिर रोती हुई बाहर निकलीं और खुलेआम मीडिया के सामने लालू परिवार पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि उन्हें दहेज के लिए सास राबड़ी देवी और ननद मीसा भारती ताने मारती थीं। अपने पिता के खिलाफ लगे पोस्टर के बारे में पूछने पर राबड़ी देवी ने उन्हें बाल खींचकर मारा औऱ घर से निकाल दिया। उन्होंने राबड़ी देवी, मीसा भारती और तेजप्रताप के खिलाफ घरेलू हिंसा का केस दर्ज कराया।
इतना ही नहीं, ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय ने भी राबड़ी देवी के खिलाफ बड़ा बयान दिया। इसके बाद राजद नेता ने राबड़ी देवी का बचाव करते हुए ऐश्वर्या के खिलाफ केस दर्ज कराया जिसमें कहा गया कि राबड़ी देवी ने नहीं ऐश्वर्या ने बदतमीजी की और राबड़ी पर हाथ उठाया और उस वक्त वे वहीं मौजूद थे।

ये हैं बड़ा कारण
अगर पिछले साल से शाही शादी और उसके बाद के तलाक प्रकरण पर गौर करें तो ये बात समझ में आती है कि ये बेमेल शादी थी जो तेजप्रताप और ऐश्वर्या की पसंद की नहीं, बल्कि दो राजनीतिक परिवारों के पसंद की शादी थी। एक तरफ जहां चंद्रिका राय लालू यादव के काफी करीबी माने जाते थे तो वहीं राबड़ी को ऐश्वर्या पसंद थी।

दिल्ली में पढी मार्डन हैं ऐश्वर्या
कहां ऐश्वर्या दिल्ली में रहीं, विदेशों में पढ़ी आधुनिक विचारों वाली लड़की हैं और तेजप्रताप यादव पटना में पले-बढ़े आध्यात्मिक प्रवृत्ति के हैं। दोनों का कोई मेल ही नहीं। दोनों के ना विचार मिलते हैं और ना ही रहन-सहन। दोनों की आदतें और पसंद अलग-अलग हैं। ऐसे में ऐसी शादी का टिकना नामुमकिन-सा ही था औऱ तेजप्रताप ने किसी की नहीं सुनी औऱ अपनी जिंदगी का फैसला खुद तय किया।

 



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