बिहार के इस स्कूल का हर छात्र का सरनेम भारती हैं, फीस है बस 20 रुपए

पुष्यमित्र.बेगुसराय से
यह बेगुसराय के मन्झौल अनुमंडल स्थित भविष्य भारती स्कूल है। इसकी कथा बहुत रोचक है। बापू के जन्म शताब्दी वर्ष 1969 में एक स्थानीय चिकित्सक डा चन्द्रेश्वर प्रसाद सिंह उर्फ सीताराम बाबू ने इसकी स्थापना की थी। उनका लक्ष्य बहुत कम पैसों में बच्चों की पढ़ाई लिखाई का इन्तजाम करना था। उस जमाने से यहां अंग्रेजी और हिन्दी दोनों माध्यमों में पढ़ाई होती थी। अभी भी इस स्कूल की फीस सिर्फ 20 रुपये है।
इस स्कूल से जुड़ी सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां के सारे छात्र अपने नाम के पीछे भारती टायटल लगाते हैं। जैसे महेश भारती, सुबोध भारती, गौतम भारती। इसलिये इस इलाके में भारती टायटल वाले कई लोग मिल जाते हैं। आज जब इस स्कूल के संस्थापक सीताराम बाबू से मिलने गया जो अब 93-94 साल के हो गये हैं तो पता चला कि वे बीमार हैं और पटना के किसी अस्पताल में भर्ती हैं, दो माह पहले उनकी धर्मपत्नी का देहांत हो गया है। अफसोस ऐसे व्यक्ति से मिल नहीं पाया।
(वरिष्ठ पत्रकार पुष्यमित्र के फेसबुक टाइमलाइन से साभार)





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