Bihar
कार के डिपर लाइट ने ली एक डॉक्टर के बेटे की जान

बड़हरिया के चर्चित चिकित्सक के पुत्र निक्कू की सड़क हादसे में मौत,कोहराम। गोपालगंज से घर लौट रहा था निक्कू बिहार बिहार कथा,परवेज़ अख्तर/सीवान। जिले के बड़हरिया स्तिथ पुरानी बाजार निवासी सह चर्चित चिकित्सक डॉक्टर आईडी गिरी के बड़े पुत्र अविनाश कुमार उर्फ़ निक्कू गिरी की दर्दनाक मौत सड़क हादसे में रविवार की रात्रि हो गई। उसके मौत से बड़हरिया के अलावा उसके पैतृक गांव सुरहियाँ में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। आम से लेकर खास तक के लोगों की आँखे उसके मौत के बाद नम होते जा रही है। घटनाRead More
आजादी के दिवाने बिहार के इस सपूत के बारे में शायद ही आप जानते होंगे

बिहार के गौरव कर्नल महबूब अहमद की पुण्यतिथि पर विशेष नवल किशोर कुमार (मैंने अपना यह लेख करीब सात साल पहले अपना बिहार डॉट ओरजी पर प्रकाशित किया था। कुछेक संशोधनों के साथ एक बार फिर आपके समक्ष रख रहा हूं – लेखक) वह 23 जनवरी 1944 का दिन था, जब आजाद हिंद फ़ौज की एक टुकड़ी ने भारतीय सीमा में प्रवेश किया। इस टुकड़ी के नायक ने भारतीय सीमा में घुसने के साथ ही आजाद हिंद फ़ौज का झंडा फ़हराया था। बाद में लड़ाई के दौरान वह नायक औरRead More
बिहार में बिना पढ़ाई डिग्री का धंधा कर रहे 100 से अधिक कॉलेज

पटना [दीनानाथ साहनी,जागरण डॉटकाम से साभार]। बिहार में 100 से ज्यादा ऐसे कॉलेज हैं, जो बिना पढ़ाई के छात्रों को डिग्री देने का धंधा कर रहे हैं। इनमें ज्यादातर कॉलेजों की स्थिति यह है कि ये छात्रों का नामांकन पहले लेते हैं और तब राज्य सरकार से संबद्धता प्राप्त करते हैं। आधारभूत संरचना के मानदंडों पर भी ये कॉलेज खरे नहीं उतरते हैं। ऐसे कॉलेजों के कारनामे जान कर आप चौंक जाएंगे। इस खेल में विश्वविद्यालयों के परीक्षा संकाय के प्रशासनिक अफसर और कर्मचारी भी शामिल होते हैं। ऐसे कॉलेजोंRead More
बिहार में कांग्रेस का ऐसा हाल कि किस्तों में हो रही हार की समीक्षा

जितने बडे नेता, उतनी बड़ी हार, कांग्रेस समझ नहीं पा रही कि कहां से शुरू करें समीक्षा पटना. बिहार प्रदेश कांग्रेस लोकसभा चुनाव में अपनी पराजय की समीक्षा करने जा रही है। लेकिन, उसे ठीक ठीक पता नहीं चल रहा है कि किस नजरिये से हार की समीक्षा हो। क्योंकि बड़े नेताओं के विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी की बुरी हार हुई है। पार्टी ने दो विधायकों को उम्मीदवार बनाया था। एक जीत गए और दूसरे इस कदर हारे कि अब चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं जुटा सकेंगे। हारने वाले कांग्रेसRead More
बुधनमा, क्रिकेट ग्राउंड पर बल्ला नहीं, बंदूक चलाओ

– नवल किशोर कुमार खेल खेल होता है और खेल में खेला जाता है न कि कुछ और। है कि नहीं? लेकिन इ बात बुधनमा को कहां बुझाता है। कबड्डी में हारता है तो माय-बहिन करे लगता है और शतरंज में एक बार हारने के बाद तो बुधनमा को तब तक चैन नहीं मिलता है जबतक कि वह दूसरे को हरा न दे। मत पूछिए कि बुधनमा खेल को लेकर कितना पैसनेट रहता है। एक बार बुधनमा लुडो खेल रहा था। मेहरारू के जोरे। खेल तो खेला ही होता है।Read More
गोपालगंज में इंसानियत शर्मसार: जवान लडकी को घर से खींच निर्वस्त्र किया, सरेआम सड़क पर घुमाया

गोपालगंज.बिहार के गोपालगंज में इंसानियत तब शर्मसार हो गई, जब दबंगों ने एक युवती को घर से खींचकर सरेआम निर्वस्त्र कर सड़क पर घुमाया। इस दौरान सैकड़ों लाेग तमाशा देखते रहे। युवती की चीखें सुनकर जब गांव की कुछ महिलाएं उसे बचाने आईं तो दबंग उसके कपड़े लेकर भाग गए। घटना को लेकर युवती ने तीन लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की है, लेकिन पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मिली जानकारी के अनुसार युवती अपने घर पर अकेली थी। तभी गांव के प्रकाश सहनी, ओमप्रकाश सहनी तथा राजनRead More
‘लालूवाद’ के अंत पर विलाप

वीरेंद्र यादव,पटना। 1977 में लोकसभा की यात्रा के साथ शुरू हुई लालू यादव की संसदीय यात्रा लगभग 42 वर्ष बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी के सभी उम्मीदवारों की हार के साथ समाप्त हो गयी। कहावत है- बचा न कोई रोअनहारा। लोकसभा में राजद का नामोनिशान मिट गया। लोकसभा चुनाव के दौरान राजद के नेताओं ने लालू यादव के विचार को ‘लालूवाद’ कहा था। लालू यादव के विचारों के प्रचार-प्रसार की कसम खायी थी और लालू यादव की तस्वीर के साथ समर्थकों की संवदेना जोड़ने का प्रयास कियाRead More