एक अदद खेल मैदान के लिए तरस रहे खिलाड़ी

बसंतपुर हाईस्कूल के मैदान में बना छात्रावास, प्रखंड कार्यालय का खेल मैदान उपेक्षित, प्रशासन के रवैये से खिलाड़ियों में आक्रोश

बिहार कथा .सीवान/ बसंतपुर। मुख्यालय में बच्चों का मैदान में खेलना प्रशासन को रास नहीं आया। अब छात्र सोच रहे हैं कि वे खेलने कहां जाएं। कभी मुख्यालय में खेल के दो बड़े मैदान थे। एक हाईस्कूल का तो दूसरा प्रखंड कार्यालय का। इन दोनों ही मैदानों पर खेल-कूद के आयोजन भी होते थे। हाईस्कूल का मैदान छात्रावास के निर्माण के लिए चयनित हुआ। वहां भवन बनकर तैयार हो गया। यह मैदान अब खेल के बड़े आयोजन के लिए अनुपयुक्त हो गया। अब बचा प्रखंड कार्यालय का मैदान। पिछले दिनों प्रशासन ने मैदान में मिट्टी भराई की सोची। स्थानीय तत्कालीन मुखिया ने मिट्टी भराई शुरू कराई जो विवादों में आ गई। अब स्थिति बदतर हो गई। आधे से कम भाग में हुए मिट्टी की भराई ने मैदान की सूरत बदल डाली। खेल का सपाट मैदान उबड़-खाबड़ बन गया। मैदान की दशा सुधारने के लिए कई बार छात्रों ने स्थानीय प्रशासन से गुहार लगाई। बावजूद इसके स्थिति यथावत रही।

90 के दशक में स्टेडियम बनाने की हुई थी घोषणा
मुख्यालय के हाईस्कूल के खेल मैदान में 90 के दशक में आए तत्कालीन खेल मंत्री मुन्ना मुस्ताक ने स्टेडियम बनाने की घोषणा की थी। तब क्षेत्र के लोगों को लगा था कि सरकार बच्चों के खेल के प्रति संजीदा है। खिलाड़ियों को भी लगा कि अब मैदान के दिन बहुरेंगे। बावजूद वर्षो बितने के बाद भी स्टेडियम निर्माण की कोई भी कवायद शुरू नहीं होने से लोगों में नाराजगी है।

गोदाम व पकड़े गए ट्रक भी बिगाड़ते हैं मैदान की सूरत
मुख्यालय के प्रखंड कार्यालय परिसर में ही सरकारी अनाज के गोदाम हैं। अनाज लाने वाले ट्रक के चालक अपने वाहन खेल मैदान में ही लगाते हैं। उबड़-खाबड़ मैदान व जलजमाव के बीच ट्रकों के लगने से मैदान की सूरत ही बिगड़ गई है। रही सही कसर जांच के दौरान पकड़े गए ओवरलोड ट्रक भी पूरी करते है। डीटीओ जांच के दौरान एनएच-101 व एसएच-73 पर ओवरलोडिंग में पकड़े ट्रक को प्रखंड कार्यालय के ही मैदान में खड़ी कराते हैं। इससे मैदान खेल के लिए अनुपयुक्त होता जा रहा है। खेलप्रेमियों को इस बात का भी मलाल है कि कोई भी जनप्रतिनिधि खेल को बढ़ावा देने की आवाज बुलंद नहीं करता।

क्या कहते हैं अधिकारी
बीडीओ किशोर कुमार ने बताया कि खेल को बढ़ावा देने के लिए मैदान में ट्रकों की आवाजाही रोकी जाएगी। मैदान की बेहतरी का प्रयास होगा।






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