सचमुच राजद बदलता जा रहा..???

सचमुच राजद बदलता जा रहा..???
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अरविंद शर्मा

मंत्रियों के लिए न नई कार, न उपहार और न ही पैर छूने देना

राजद की आचार संहिता

राज्य ब्यूरो, पटना बिहार में नीतीश कुमार की नई सरकार के विस्तार के दिन से ही विवादों में आ रहे राजद कोटे के मंत्रियों के लिए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आचार संहिता तय कर दी है। उन्होंने सहयोगी मंत्रियों के कामकाज और व्यवहार को लेकर शनिवार को दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इसमें बताया गया है कि क्या करना है और क्या नहीं। मंत्रियों को कहा गया है कि विभाग में कोई नई कार नहीं खरीदनी है। न ही किसी से उपहार लेना है। अपने से उम्र में बड़े व्यक्ति को पैर नहीं छूने देना है। राजद की छवि सुधारने की पहल : तेजस्वी यादव के इस निर्देश को राजद की छवि सुधारने की पहल के रूप में देखा जा रहा है। राज्य सरकार में राजद कोटे के 17 मंत्री हैं। राजद ने तेजस्वी की इस आचार संहिता को अपने ट्विटर अकाउंट पर भी जारी किया है। तेजस्वी ने यह आचार संहिता ऐसे वक्त में जारी की है, जब विपक्ष की ओर से राजद के कई मंत्रियों के विरुद्ध आरोप लगाए जा रहे हैं। विधि मंत्री कार्तिकेय सिंह पर अपहरण के मामले में वारंटी रहते शपथ लेने का आरोप लगा तो कृषि मंत्री सुधाकर सिंह को एक पुराने गबन के मामले में घेरने की कोशिश की गई। सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव का एक वीडियो वायरल है, जिसमें वह गाली देते नजर आ रहे हैं।

गुलदस्ता लेने से परहेज करें, किताब-कलम का आदान-प्रदान करें
मंत्रियों को मिलने वाले उपहार को लेकर भी गाइड लाइन तय कर दी है। तेजस्वी ने कहा है कि किसी से भेंट के रूप में गुलदस्ता या अन्य वस्तु को लेने से परहेज करें। इसके बदले किताब-कलम का आदान-प्रदान करें। उप मुख्यमंत्री ने अपने लिए भी ऐसा ही आग्रह किया था।
ईमानदारी, पारदर्शिता व त्वरित क्रियान्वयन की सीख
राजद नेताओं की कार्य-संस्कृति के बारे में भी टिप्पणियां की जाती रही हैं, जिसे देखते हुए तेजस्वी ने मंत्रियों से विभागीय कार्यों में मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ईमानदारी, पारदर्शिता, तत्परता और त्वरित क्रियान्वयन की कार्यशैली को बढ़ावा देने को कहा है। राजद के इस निर्देश के पीछे सहयोगी दल जदयू के साथ बेहतर तालमेल का संकेत है। उप मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं अपने अधीनस्थ विभागों, कार्य योजनाओं और विकास कार्यों का इंटरनेट मीडिया पर लगातार प्रचार-प्रसार करने का भी निर्देश दिया है, ताकि आम लोगों को सरकार की प्रत्येक पहल की सकारात्मक जानकारी मिल सके।

बड़ों को प्रणाम करें, सकारात्मक रहें
तेजस्वी का सबसे ज्यादा जोर शिष्टाचार पर है। उन्होंने मंत्रियों को आगाह किया है कि मिलने आने वाले कार्यकर्ता, शुभचिंतक, समर्थक आदि अगर उम्र में बड़े हैं तो उन्हें पांव नहीं छूने दें। शिष्टाचार के तहत पेश आएं। अभिवादन के लिए हाथ जोड़कर प्रणाम करें। नमस्ते या आदाब कहने की परंपरा को प्रोत्साहित करें। मंत्रियों का व्यवहार सबके साथ सौम्य और शालीन होना चाहिए। बातचीत में सकारात्मक रहें और निर्थक विवादों में पड़ने से बचें। सादगी से पेश आते हुए सभी जातियों और धर्मों के गरीब एवं जरूरतमंद लोगों की प्राथमिकता के आधार पर सहायता करें।






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