चुनाव जीतकर भी रिटायर हो गये हरि, राम और प्रेम

चुनाव जीतकर भी रिटायर हो गये हरि, राम और प्रेम
सांसद के रूप में मिलने वाला वेतन हुआ बंद
——- वीरेंद्र यादव ———————-
राज्यसभा के जिन 56 सदस्यों का कार्यकाल 9 अप्रैल को समाप्त हो गया, उनमें बिहार के 5 सदस्य भी थे। बिहार से राज्यसभा के सदस्य उपसभापति हरिवंश के अलावा सीपी ठाकुर, आरके सिन्हा, रामनाथ ठाकुर और कहकशां परवीन पिछले 9 अप्रैल को रिटायर हो गये। इसमें झारखंड से राज्यसभा सदस्य प्रेम गुप्ता भी शामिल हैं।
बिहार के पांच सदस्यों में से दो हरिवंश व रामनाथ ठाकुर जदयू के टिकट फिर चुन लिये गये हैं। इसके साथ झारखंड से राजद के सदस्य रहे प्रेम गुप्ता इस बार बिहार से राज्यसभा के लिए चुने गये हैं। इसके अलावा भाजपा के विवेक ठाकुर और राजद के अमरेंद्र धारी सिंह भी राज्यसभा के लिए चुने गये हैं। चुनाव प्रक्रिया के दौरान नाम वापसी के अंतिम दिन 18 मार्च को तीनों को निर्वाचन का सर्टिफिकेट निर्वाचन आयोग ने दिया था। इन पाचों लोगों ने अपना सर्टिफिकेट राज्यसभा सचिवालय को सौंप दिया है।
संवैधानिक प्रावधानों के अनुसार, कार्यकाल समाप्त होने के अगले कार्यदिवस को फिर से निर्वाचित सदस्यों को राज्यसभा की शपथ दिलायी जानी चाहिए थी। लेकिन तकनीकी कारणों से इनका शपथ ग्रहण लटक गया है। इस कारण बिहार से फिर से निर्वाचित हरिवंश, रामनाथ ठाकुर और प्रेमचंद्र गुप्ता राज्य सभा के पूर्व सदस्य हो गये हैं। निवर्तमान भी कहा जा सकता है। कार्यकाल समाप्त होने कारण इनका वेतन और सांसद के रूप मिलने वाला वित्तीय लाभ बंद हो गया है। वे शपथ ग्रहण होने तक सदन की कार्यवाही में हिस्सा भी नहीं ले सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के कारण सात राज्यों में राज्यसभा चुनाव की प्रक्रिया स्थगित कर दी गयी थी। इन राज्यों में 26 मार्च को मतदान व मतगणना होनी थी। लॉकडाउन समाप्त होने के बाद चुनाव आयोग राज्य सभा चुनाव के लिए मतदान करवायेगा। फिर परिणाम आने के बाद निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलायी जाएगी। संभव है कि बिहार के पांच समेत राज्यसभा के लिए निर्वाचित सभी सदस्यों को एक साथ ही शपथ दिलायी जाये। यदि राज्यसभा के सभापति चाहें तो पहले भी निर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलवा सकते हैं, लेकिन इसकी उम्मीद कम है।
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