बिहार में गांव-गांव घूमेगा गांधी के विचारों का रथ

जब मैं उन्हें आइना दिखाता हूं तब वे मुझे अहंकारी कहते हैं, अहंकारी हूं या नहीं? यह फैसला मीडिया करे

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को घर-घर पहुंचायेंगे-नीतीश
संवाददाता
बिहार कथा. मुजफ्फरपुर. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्तमान परिप्रेक्ष्य में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों को प्रासंगिक बताया और कहा कि बापू के विचारों को नयी पीढ़ी तक पहुंचाया जाएगा ताकि असहिष्णुता और टकराव के माहौल को बदला जा सके. श्री कुमार ने यहां लंगट सिंह महाविद्यालय के  मैदान में चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर चम्पारण सत्याग्रह  स्मृति समारोह 2017 का उद्घाटन करने बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा,  हम महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप देश को आगे ले जाना चाहते हैं. दूसरे लोग बापू का नाम लेते हैं, विचारों को नहीं अपनाते. महात्मा के विचारों को हम घर-घर पहुँचायेंगे. पूरे  बिहार में सालभर तक रथ घूमेगा, राष्ट्रपिता से जुड़ी फिल्में दिखाई जायेंगी और विद्यालयों में गांधीजी की कहानियाँ सुनायी जायेंगी. नयी पीढ़ी तक राष्ट्रपिता के विचारों को  पहुंचाया जाएगा ताकि इस असहिष्णुता और टकराव के माहौल को बदला जा सके.  मुख्यमंत्री  ने मुजफ्फरपुर की धरती को ऐतिहासिक धरती बताया और कहा कि पहली बार चम्पारण जाने के  क्रम में महात्मा गांधी राजधानी पटना में चौबीस घंटे भी नहीं रुके लेकिन मुजफ्फरपुर में चार दिन  ठहरे. महात्मा गांधी, राम मनोहर लोहिया और जयप्रकाश नारायण अंतिम पायदान के लोगों का उन्नयन चाहते थे. बिहार सरकार इसी दिशा में कार्य कर रही है.
शराबबंदी ही बापू को असली श्रद्धांजलि
नीतीश कुमार ने कहा, राष्ट्रपिता महिलाओं को सबल बनाने की बात करते थे. मैंने निकायों में  महिलाओं को 50% आरक्षण देने का काम किया है. समाज की बेहतरी के लिए पूर्ण  शराबबंदी कर बापू को श्रद्धाजलि दी है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पटना में आयोजित एक कार्यक्रम में शराबबंदी की सराहना की थी. मैं प्रधानमंत्री से आग्रह करता हूँ कि देश भर में शराबबंदी कर महात्मा  गांधी को श्रद्धांजलि दें। देश की तरक्की के लिए यह जरूरी है. समारोह को राज्य के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दिकी,कृषि मंत्री राम विचार राय समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया.






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