बिहार में बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़ी, नदियों में कम हुआ खतरे का निशान

तीन और मौत के बाद अब तक 216 मरे 
बिहार कथा न्यूज नेटवर्क
पटना। तीन और मौतों की ताजी रिपोर्ट के बाद बिहार में बाढ़ से मरने वालों की संख्या आज बढ़कर 216 हो गयी, वैसे गंगा समेत ज्यादातर नदियों के खतरे के निशान से नीचे बहने से राज्य में बाढ़ कुछ कम होती प्रतीत हो रही हो रही है। आपदा प्रबंधन विभाग के एक बयान के अनुसार तीनों मौतों की खबर सारण जिले की है। जल संसाधन विभाग के अनुसार पटना के श्रीपालपुर में पुनपुन नदी, झंझारपुर में कमलाबलान और खगड़िया में कोसी नदी खतरे के निशान से उच्च्पर बह रही हैं। लेकिन गंगा समेत अन्य नदियां खतरे के निशान से नीचे हैं। जिन स्थानों पर यह स्थिति हैं वे हैं पटना में दीघा घाट, गांधीघाट और हाथीदा, बक्सर, मुंगेर और कहलगांव तथा भागलपुर जिले में भागलपुर। विभाग की विज्ञप्ति के अनुसार बाढ़ से 12 जिलों के 79 प्रखंडों में 618 पंचायतों के 2210 गांवों में 40.60 लाख प्रभावित हुए हैं। बाढ़ प्रभावित बक्सर, भोजपुर, पटना, वैशाली, सारण, बेगुसराय, समस्तीपुर, लखीसराय, खगड़िया, मुंगेर, भागलपुर और कटिहार जिलों में 3.95 लाख लोगों को बाहर निकाला गया। अधिकारियों के अनुसार बाढ़ की वजह से पांच पक्के मकान ध्वस्त हो गए, 466 कच्चे मकान पानी में बह गए और 2744 झोपड़ियां नष्ट हो गयीं। सरकार ने लोगों को बाढ़ के पानी से बाहर निकालने के लिए 3082 नाव लगायी गई है। राष्ट्रीय एवं राज्य आपदा मोचन बल पहले से ही प्रभावित जिलों में तैनात किए गए हैं।






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