बिहार की राजकुमारी को अफ्रीकी महिला ने लिया गोद, बनीं सिंगल मदर

नालंदा की छह बेटियां अमेरिका और एक बेटी दक्षिण अफ्रीका गई

पटना. बिहार की राजकुमारी है डेढ़ साल की। जन्म लेते ही अपनों ने उसे ठुकरा दिया था। उसकी किस्मत उसे खींच कर दक्षिण अफ्रीका ले गयी। भारतीय मूल की दक्षिण अफ्रीकी डीना लाला ने राजकुमारी को गोद लिया है। जब राजकुमारी को अपनों ने ठुकराया था, उस समय से नालंदा विशेष दत्तक ग्रहण केन्द्र में उसका लालन-पालन हो रहा था। डीना लाला सिंगल मदर हैं। दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में बिजनेस इंश्योरेंस का काम करती हैं। गुरुवार को समाज कल्याण विभाग की प्रधान सचिव वंदना किनी ने अंतर्देशीय दत्तक ग्रहण संस्थान में डीना लाला को गोद दिया। 35 वर्षीय डीना को पहले से सात साल की पावनी बेटी है जिसे पुणे दत्तक ग्रहण केन्द्र से गोद लिया था।
बेटी को गोद में लेते ही डीना लाला की आंखों में आंसू आ गये। कभी सीने से लगाती तो कभी कुछ खिलाने की कोशिश करती। उसने बताया कि दो बेटियों की चाहत थी। पिछले दो साल से डीना बेटी की चाहत में पूरे देश में भटक रही थी। कहीं पसंद नहीं आया। बिहार आने पर राजकुमारी की प्यारी आंखें उसे भा गई। डीना ने बताया बिहार की संस्कृति उसे आकर्षित करती रही है। उसके अनुसार बेटियां भविष्य की मां होती हैं।
एक अच्छा इंसान बनाना चाहती है बेटियों को
सिंगल मदर डीना लाला गोद ली गई बेटियों को अच्छा इंसान बनाना चाहती है। थोड़ी-थोड़ी हिन्दी समझती है। बड़ी बेटी को जोहान्सबर्ग में हिन्दी की शिक्षा देती है। राजकुमारी को भी हिन्दी सिखाएंगी। इसके साथ गाना- नाचना भी सिखाएगी। डीना के दादा गुजरात के रहने वाले थे। आजादी के पहले ही काम की तलाश में दक्षिण अफ्रीका चले गये थे। इसके बावजूद भारत की सभ्यता-संस्कृति से जुड़ी रही।
नालंदा की छह बेटियां अमेरिका और एक बेटी दक्षिण अफ्रीका गई
समाज कल्याण निदेशालय के निदेशक इमामुद्दीन अहमद ने बताया नालंदा के विशेष दत्तक ग्रहण केन्द्र से एक साल में छह बेटियों को अमेरिकी दंपती ने गोद लिया है। एक बेटी दक्षिण अफ्रीका जा रही है। इसके अलावे राज्य के विशेष दत्तक ग्रहण केन्द्र में अभी 182 बच्चे रह रहे हैं। इसमें 88 बच्चों को गोद देने की प्रक्रिया चल रही है।
नीतीसा को नहीं मिला मां का आंचल
डेढ़ साल की राजकुमारी को मां का आंचल मिल गया। लेकिन, नीतीसा को गोद नहीं मिल पाया। गोद लेने आये बेंगलुरु के दंपत्ती ने जब नीतीसा को गोद लिया तो रोने लगी। बच्ची के आंसू देखते ही दंपत्ती गोद लेने से इनकार कर दिया। जानकारी के अनुसार बच्चे को लेने के लिए पूरी तरह तैयार नहीं है। दोबारा आकर गोद लेंगे






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