Ravish kumar

 
 

आर्थिक तबाही के बीच मस्त मौला बना हुआ है भारत

आर्थिक तबाही के बीच मस्त मौला बना हुआ है भारत रविश कुमार टर्की की मुद्रा लीरा जीरा हो गई है।।डॉलर को सामने देखते ही कांपने लग जाती है। वहां की महंगाई ने छप्पर फाड़ने के बाद आसमान भी नहीं छोड़ा और अब अंतरिक्ष की तरफ निकल गई है। मुद्रा स्फीति की दर 80 प्रतिशत हो गई है। इस्तांबुल राजधानी है। इसके मेयर विपक्ष के नेता हैं। वे चीख रहे हैं कि अर्दोगन ने अपने बिज़नेस मित्रों को फायदा पहुंचा रहे हैं। मुद्रा स्फीति को रोकने के लिए ब्याज़ दरों मेंRead More


अब आपकी बचत का राष्ट्रीयकरण ही बचा है, थाली निकालिए और माँग कीजिए

अब आपकी बचत का राष्ट्रीयकरण ही बचा है, थाली निकालिए और माँग कीजिए रविश कुमार बीमा का प्रीमियम ऐसे बढ़ने लगा है, जैसे सारा ग्रोथ रेट बीमा के भरोसे बैठा हो। कई कई हज़ार प्रीमियम बढ़े हैं। सरकार चाहे तो प्रीमियम पर जीएसटी डबल कर 36 प्रतिशत कर सकती है। कंपनियाँ भी प्रीमियम बढ़ा सकती हैं। लोग मारे ख़ुशी के बरसात में दौड़ पड़ेंगे। व्हाट्स एप यूनिवर्सिटी ने इतना तो कर ही दिया है कि सुई की तरह चुभने वाली महंगाई को लोग दवाई समझने लगे हैं। अब सुई कीRead More


भाषणों में हारते नज़र आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

उन्हीं भाषणों में हारते नज़र आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी जो उन्हें सियासी चक्रवर्ती बनाते हैं रविश कुमार स्नातक की परीक्षा में कई छात्र प्रश्न का सीधा उत्तर नहीं देते हैं। उत्तर के नाम पर पन्ना भर देते हैं। घंटी बजने तक लिखते रहते हैं। पन्नों को भरते रहते हैं। इस तरह के छात्र कभी स्वीकार नहीं करते कि उन्हें प्रश्नों के उत्तर मालूम नहीं है। कई बार उन्हें प्रश्न भी समझ नहीं आता। बस ख़ाली पन्ना जहां तक दिखता है वहां तक लिखते चले जाते हैं। यह उदाहरण इसलिएRead More


माइनस जीडीपी वाले भारत का पहला बजट जिसे शानदार बताया जा रहा है

माइनस जीडीपी वाले भारत का पहला बजट जिसे शानदार बताया जा रहा है रविश कुमार तालाबंदी के कारण निवेश बैठ गया। नौकरी चली गई। सैलरी घट गई। मांग घट गई। तब कई जानकार कहने लगे कि सरकार अपना खर्च करे। वित्तीय घाटे की परवाह न करे। इस बजट में निर्मला सीतारमण ने ज़ोर देकर कहा कि हमने ख़र्च किया है। हमने ख़र्च किया है। हमने ख़र्च किया है। ब्लूमबर्ग क्विंटल में इरा दुग्गल की रिपोर्ट है कि सरकार ने ख़ास कुछ खर्च नहीं किया है। वित्त वर्ष में 30.42 लाखRead More


अर्णव के दो आगे अर्णव, अर्णव के पीछे दो अर्णव,बोलो कितने अर्णव

अर्णव के दो आगे अर्णव, अर्णव के पीछे दो अर्णव,बोलो कितने अर्णव रविश कुमार आप किससे उम्मीद कर रहे हैं? भारत का 99.999 प्रतिशत मीडिया गोदी मीडिया है। यह एक परिवार की तरह काम करता है। इस परिवार के संरक्षक का नाम आप जानते हैं। इस परिवार में सारे एंकर और चैनलों के मालिक अर्णव ही हैं। नाम सबके अलग हैं मगर काम अर्णव का ही है। आप सोचिए कि एक अर्णव दूसरे अर्णव के बारे में कैसे बोलेगा। इसलिए अर्णव अर्णव के बारे में चुप ही रहेगा। भले इसRead More


भारत के नौजवानों की न तो कोई जवानी है, न कहानी

भारत के बेरोज़गारों को धर्म पताका, अमरीकी बेरोज़गारों को 400 डॉलर प्रति सप्ताह रविश कुमार अगले हफ्ते अमरीका के राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने जा रहे जोसेफ आर. बाइडन जूनियर ने आर्थिक पैकेज का एलान कर दिया है। इस पैकेज के तहत एक ख़ास आमदनी की सीमा तक के सभी अमरीकी नागरिकों को 1400 डॉलर का एक चेक मिलेगा। भारतीय रुपये में 1 लाख से कुछ अधिक होता है। दिसंबर महीने में भी 600 डॉलर का चेक मिला था। यही नहीं बेरोज़गारों को भी हर सप्ताह 400 डॉलर का चेक दियाRead More


COVID-19 को लेकर मोदी सरकार कितनी लापरवाह

COVID-19 को लेकर मोदी सरकार कितनी लापरवाह है ईस पर रविश कुमार की यह रिपोर्ट पढ़िये और मोदी सरकार का असंवेदनशील रवैया जान लिजिये । …………………. कोरोना से लड़ने के लिए डॉक्टरों को चाहिए रोज़ 5 लाख बॉडी कवर PPE, लेकिन डॉक्टरोंके पास न मास्क है न दास्ताने । कोरोना कवरेज़ की तस्वीरों को याद कीजिए। चीन के डाक्टर सफेद रंग के बॉडी कवर में दिखते थे। उनका चेहरा ढंका होता था। हेल्मेट जैसा पहने थे। सामने शीशा था। आपादमस्तक यानि सर से लकर पांव तक सब कुछ ढंका था।Read More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com