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बिहार में अभी और कंपकपाएगी सर्दी, जानिए किस जिले में होगा ज्यादा असर

बिहार में तेजी से गिरने का पारा और कंपकपाएगी की सर्दी जानिए किस जिले में होगा ज्यादा असर पटना। पटना सहित पूरे बिहार में बुधवार यानी कल से मौसम कुछ साफ होगा और न्यूनतम तापमान में दो से तीन डिग्री की गिरावट आएगी। पुरवा हवा काफी मात्रा में नमी लेकर आ रही है, जिससे न्यूनतम तापमान बढ़ा है। मौसम का मिजाज इस बात से ही समझा जा सकता है कि सूबे में सबसे ठंडी जगह गया का न्यूनतम तापमान भी 10.7 डिग्री सेल्सियस तक चला गया है। गया में पिछले एकRead More
कुख्यात विशाल सिंह का दावा, युवा जोड़ों को ब्लैकमेल के कारण मारी गोली

युवा जोड़ों का वीडियों बना कर ब्लैकमेल करने के कारण विशाल सिंह की कंपनी ने मारी गोली मीरगंज में रेस्टोरेंट संचालन को गोलियों से भूना संवाददाता. गोपालगंज. मीरगंज शहर के कुशवाहा चौक के पास एक रेस्टोरेंट संचालक सह पत्रकार शक्ति सिंह को बदमाशों ने गोली मार दी। इस सनसनीखेज वारदारत के बाद कुख्यात विशाल सिंह एंड कंपनी ने ली पत्रकार को गोली मारने की जिम्मेदारी। व्हाट्सअप पर पत्र भेजकर लिखा रेस्टोरेंट की आड़ में यंग कपल को ब्लैकमेल। करता था। रेस्टोरेंट में केबिन में सीसीटीवी कैमरा लगाया था। विशाल सिंहRead More
बिहार सरकार का आदेश, अफसर से लेकर क्लर्क तक जमा करें चल-अचल संपत्ति का ब्योरा

पटना। बिहार सरकार ने आईएएस-आईपीएस अफसरों के बाद ग्रेड ए से लेकर सी तक के सभी अधिकारियों और कर्मियों को चल एवं अचल संपत्ति विवरण देने का निर्देश दिया है. इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग में सभी विभागों के प्रधान सचिव, प्रमंडलीय आयुक्त और सभी जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि पिछले साल की तरह इस वर्ष भी अखिल भारतीय सेवा के सभी पदाधिकारियों तथा राज्य सरकार एवं उनके अधीनस्थ बोर्ड, निगम, सोसायटी के समूह क,ख एवं ग के सभी पदाधिकारियों एवं कर्मियोंRead More
आर्थिक मजबूती से बढ़ेगा हिन्दी का साम्राज्य

डॉ. अर्पण जैन ‘अविचल‘ भाषा और भारत के प्रतिनिधित्व के सिद्धांत में हिन्दी के योगदान को सदा से सम्मिलित किया जा रहा है और आगे भी किया जाएगा, किन्तु वर्तमान समय उस योगदान को बाजार अथवा पेट से जोड़ने का है। सनातन सत्य है कि विस्तार और विकास की पहली सीढ़ी व्यक्ति की क्षुधा पूर्ति से जुडी होती है, अनादि काल से चलते आ रहे इस क्रम में सफलता का प्रथम पायदान आर्थिक मजबूती से तय होता हैं। वर्तमान समय उपभोक्तावादी दृष्टि और बाजारमूलकता का है, ऐसे काल खंड में भूखे पेट भजन नहीं होय गोपालाRead More
अन्नदाता के दर्द की दवा क्या है ?

सलिल सरोज “भारत जैसे देश में, जो दुनिया में दूसरी सबसे बड़ी आबादी का दावा करता है, वहाँ खिलाने के लिए अनगिनत मुंह हैं। इसलिए आदर्श रूप में, देश के भोजन प्रदाता सबसे अमीर होने चाहिए! विडंबना यह है कि वे सबसे गरीब और सबसे ज्यादा शोषित हैं। यह आजादी के बाद से एक बहुत बड़ा बहस का मुद्दा रहा है। भारत हमेशा से किसानों का देश रहा है। कृषि शुरुआती सभ्यताओं के बाद से हमारे आय का प्रमुख रूपरेखा तय करती रही है। 2013 के बाद से, हर सालRead More
‘माई बिसरी, बाबू बिसरी, पंचकोसवा के लिट्टी-चोखा ना बिसरी’

पुष्यमित्र बिहार के बक्सर के चरित्रवन की इस तस्वीर को देखिये। मैदान से उठता धुआं और लोगों की भीड़ को देख कर आप शायद समझ न पायें कि दरअसल वहां हो क्या रहा है। तो जान लीजिये, यह लिट्टी चोखे का मेला है, जो हर साल आज के ही दिन यहां लगता है। वैसे तो यह तस्वीर दो साल पुरानी है और एक लोकल वेबसाइट से ली गयी है, मगर आज भी अगर आप वहां जायेंगे तो इस मैदान में, आसपास के सड़कों के किनारे और दूसरे जगहों में भीRead More
सुशील मोदी की विदाई के बाद कौन ?

वीरेंद्र यादव की पोलिटिकल डायरी सुशील मोदी। 24 वर्षों से बिहार भाजपा के निर्विवाद नेता। लालू यादव विरोध की आड़ में भाजपा में सवर्ण राजनीति को मिट्टी में मिलाने का श्रेय उन्हें ही जाता है। सुशील मोदी ने लालू विरोध का ऐसा ‘अफीम’ सवर्णों को पिलाया कि भाजपा में सवर्ण हाशिये पर धकेल दिये गये और वे जयकारा लगाते रहे। ठीक वैसे ही, जैसे इस बार के चुनाव में चिराग पासवान ने भाजपा समर्थन का ‘भांग’ सवर्णों को खिलाकर नीतीश कुमार की मिट्टी पलीद कर दी। पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदीRead More
बिहार में बदलनी होगी सत्ता की आर्थिक संस्कृति

वीरेंद्र यादव की पोलिटिकल डायरी राजनीति का सीध संबंध सत्ता से है और सत्ता का सीधा संबंध संपत्ति से है। संपत्ति के साथ जुड़ा शब्द है धन-संपत्ति। धन से जुड़े कई मुहावरे हैं। हम मुहावरों की बात नहीं कर रहे हैं। हम धन की बात कर रहे हैं। बोलचाल की भाषा में ‘माल’ भी कहते हैं। बिहार में बहुत सारे विधायक करोड़पति हैं। विधायक के साथ सत्ता खुद-ब-खुद जुड़ जाती है। बिहार में सत्ता की राजनीति कमाई का नहीं, लूटने का माध्यम है। हर विधायक मंत्री बनना चाहता है, कमानेRead More
बिहार की राजनीति को समझना आसान नहीं

निशिकांत ठाकुर बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में एन डी ए का फिर से सरकार बना लेना, वहां के मतदाताओं का एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय है । इस नए सरकार के गठन के लिए सारा श्रेय एन डी ए और विशेष रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है । वह इसलिए कि चौथी बार किसी भी कीमत पर नीतीश कुमार के लिए संभव नहीं था कि वह फिर से चुनाव जीतकर सरकार बना ले । जनता उनसे खीझ चुकी थी और नीतीश जी स्वयं जनता से चिढ़ चुके थेRead More