#Bihar assembly election

 
 

विधान मंडल: बेटा-दामाद, साला-बहनोई और भावह-भैंसूर की मंडली

विधान मंडल: बेटा-दामाद, साला-बहनोई और भावह-भैंसूर की मंडली — वीरेंद्र यादव, वरिष्‍ठ संसदीय पत्रकार, पटना — birendrayadavnews.com बिहार विधान मंडल रिश्‍तों का पंडाल है, राजनीति का बाजार है और कुर्सी की दुकान है। राजनीति की अंतिम यात्रा का नाम ‘कुर्सी’ है। हर ईमानदार, बेईमान, ठेकेदार, बालू-छड़-दवा का दुकानदार की सद्गति और अंतिम यात्रा का पड़ाव है विधानमंडल। हर व्‍यक्ति सदन की यात्रा करना चाहता है। पहले लोग पैसा कमाकर दामाद खरीदना चाहते हैं और अब पैसे से सदन की सदस्‍यता खरीदना चाहते हैं। हम बाजार के फेर में पड़ने केRead More


तीन राज्यों में कामयाबी से बढा कांग्रेस का हौसला, बिहार में चाहिए अब ज्यादा शेयर

Bihar Assembly Election: कामयाबी से जोश में है अब कांग्रेस, बिहार में चाहिए अधिक सीटें पटना [एसए शाद]। तीन राज्यों में हाल में हुए चुनाव में बेहतर प्रदर्शन से उत्साहित कांग्रेस विधानसभा चुनाव में पहले से अधिक सीटों पर चुनाव लडऩा चाहती है। महागठबंधन में पार्टी इसके लिए दबाव बनाएगी। पार्टी यह तर्क भी दे रही है कि जब महागठबंधन से जदयू अलग हो चुका है तो ऐसे में महागठबंधन में दूसरा सबसे बड़ा दल कांग्रेस ही है। स्वाभाविक रूप से तब कांग्रेस को अधिक सीटें मिलनी चाहिए। पांच सालRead More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com