नीतीश से नराजगी के बीच मंत्री रामसूरत राय ने बंद किया मोबाइल, घर पहुंचे डिप्टी सीएम

मुजफ्फरपुर. बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री रामसूरत राय सीएम नीतीश कुमार से नाराज चल रहे हैं। रामसूरत राय की नाराजगी का आलम यह है कि उन्होंने पद छोड़ने तक की पेशकश कर दी है। सीएम ऑफिस के एक निर्णय से खफा रामसूरत राय यह भी कहने से गुरेज नहीं करते कि उनके विभाग में माफिया का राज है। वे सीएम के कान भर रहे हैं। रामसूरत राय ने जनता दरबार लगाकर लोगों के मुलाकात करने का अपना कार्यक्रम भी स्थगित कर दिया है। पटना छोड़कर वे अपने मुजफ्फरपुर आवास पर मोबाइल बंद करके आराम कर रहे हैं।

आधा घंटे रुके डिप्टी सीएम
इस बीच रविवार को नीतीश कुमार के निकटतम सहयोगी मंत्री यानि डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद रामसूरत राय के मुजफ्फरपुर आवास पर पहुंच गए। रामसूरत राय के आवास पर तारकिशोर प्रसाद करीब 35 मिनट तक रुके। घर पहुंचने पर मंत्री रामसूरत राय ने गुलदस्ता भेंटकर डिप्टी सीएम का स्वागत किया। इस दौरान मंत्री जी के भाई, परिजन समेत कई लोग मौजूद रहे। डिप्टी सीएम दरभंगा जाने के क्रम में रामसूरत राय के घर पहुंच गए। मंत्री जी के नेटवर्क से मिली जानकारी के मुताबिक डिप्टी सीएम के स्वागत में हंसलाल राय, राम बाबू राय, भरत राय, प्रखंड प्रमुख साजन कुमार, पूर्व मंडल अध्यक्ष संजीव बिहारी समेत कई लोग मौजूद थे।

कैबिनेट मंत्री का मोबाइल बंद :  सूत्रों से जानकारी मिल रही है कि मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने अपने कैबिनेट सहयोगी से थोड़ी देर के लिए अकेले में भी मुलाकात की। लेकिन क्या बात हुई इसकी जानकारी नहीं दी गयी है। इस मामले में लाइव हिन्दुस्तान की ओर से रामसूरत राय को फोन किया गया तो उनका नंबर बंद मिला। बार बार कॉल करने पर भी उनसे बात नहीं हुई। मंत्री के एक अत्यंत करीबी ने भी इसकी कोई वजह नहीं बताई।

डिप्टी सीएम के साथ दरभंगा नहीं गए रामसूरत
मुलाकात के बाद डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद दरभंगा के लिए रवाना हो गए। रामसूरत राय उनके साथ भी नहीं गए। रामसूरत राय के व्हाट्सएप ग्रुप के एक एडमिन और करीबी ने पुष्टि किया कि मंत्री जी डिप्टी सीएम के साथ दरभंगा नहीं गए हैं।

बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के निर्देश पर मंत्री रामसूरत राय के एक ट्रांसफर आदेश को रद्द कर दिया गया है। बीते 30 जून को राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा 80 सीओ समेत सैंकड़ों पदाधिकारी और कर्मियों का ट्रांसफर किया गया था। इस ट्रांसफर पर सीएम कार्यालय द्वारा रोक लगा दी गयी है। उसके बाद मंत्री रामसूरत राय रामसूरत राय ट्रांसफर रद्द किए जाने पर खुलकर बोल रहे हैं। उन्होंने कहा था कि ​मंत्री बनने को कोई औचित्य ही नहीं है. बिहार की सियासत में यह विषय चर्चा में है।
लाइव हिंदुस्तान से साभार






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