क्या गोपालगंज में रियाजुल को किनारे कर राजद लड़ेगी विधानसभा चुनाव

राष्ट्रीय जनता दल में गोपालगंज जिलाअध्यक्ष बदलने के कयास, पार्टी बदलने वाले राजेश को नए जिलाअध्क्ष बनाने की चर्चा

कार्यालय संवाददाता. बिहार कथा, गोपालगंज. गोपालगंज के राजनीतिक महकमें में एक बडे बदलाव की चर्चा है. राष्ट्रीय जनता दल के जिलाध्यक्ष बदले जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. यदि ये कयास सच में साबित हुए तो राष्ट्रीय जनता दल 2020 का विधानसभा चुनाव जिले में पूर्व विधायक रियाजुल हक राजू के नेतृत्व में नहीं लडेगी. अबकी चेहरा कोई नया होगा. लेकिन कौन होगा, यह तो आने वाले समय में पता चलेगा. लेकिन इसको लेकर गोपागलंज के राजद कार्यकर्ताओं में राजनीतिक चर्चाओं व कयास जोर पर है. यह कहा जा रहा है कि टिकट नहीं मिलने से राजद छोड कर भाजपा फिर भाजपा से राजद में आने वाले राजेश सिंह कुशवाहा को गोपालगंज जिले में राजद की कमान मिल सकती है. इसको लेकर जब राजेश सिंह कुशवाहा से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि पार्टी जिलाअध्यक्ष अध्यक्ष बदल

हथुआ विधानसभा से निर्दलय उम्मीदवार राजेश सिंह का प्रचार का पॉपलेट 2015

रही है, इसको लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है. लेकिन राजेश भले ही इस बात से इनकार करें लेकिन यह कहने से नहीं हिचकते हैं कि यदि पार्टी ने उन्हें कोई जिम्मेदारी दी तो वे उसे जरूर निभाएंगे. वहीं जिलाध्यक्ष बदलने की बात को लेकर जब बिहार कथा ने वर्तमान गोपालगंज के राजद जिलाअध्यक्ष पूर्व विधायक रियाजुल हल राजू से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि यह कोई नहीं बात नहीं है. प्रदेश के सभी जिलाअध्यक्षों ने पार्टी आलाकमान से कह दिया है कि वे जिसे चाहें जिलाअध्यक्ष बनाएं, उन्हें किसी बात की आपत्ति नहीं है. रियाजुल हक राजू का कहना है कि वैसे भी उनका कार्यकाल लंबे समय से हैं, यदि जिलाअध्यक्ष की जिम्मेदारी किसी दूसरे को मिलती है तो उन्हें यह उम्मीद है कि पार्टी उन्हें कोई नई जिम्मेदारी दें और वे प्रदेश की राजनीति करें. जिलाअध्यक्ष बदलने पर नाराज हो कर पार्टी छोडने को लेकर एक सवाल पर राजू ने कहा कि इसमें नाराजगी वाली कोई बात भी नहीं होगी, क्योंकि वे जब पार्टी का सिंबल चक्र था, तब वे पार्टी से जुडे रहे हैं. इसलिए पार्टी छोडने का सवाल ही नहीं है.

कार्यकर्ताओं पर क्या असर होगा
कार्यकर्ताओं का क्या कहना है कि राजद यदि जिलाअध्यक्ष बदलता है तो इसको लेकर कार्यकर्ताओं पर क्या असर पडेगा, इसको लेकर मीरगंज नगर पंचायत के अध्यक्ष धनंजय यादव का कहना है कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व जो भी निर्णय करेगा, वह सर्वमान्य होगा. वहीं वर्तमान जिलाअध्यक्ष रियाजुल हक के करीबी

प्रेमशंकर यादव, राजद नेता, बैकुंठपुर, गोपालगंज

प्रेम शंकर यादव से जब यही सवाल बिहार कथा की ओर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसका कार्यकर्ताओं पर कोई असर नहीं पडेगा. हमारे नेता जिसे अधिकृत करेंगे, उसी के नेतृत्व में कार्यकर्ता पार्टी की जीत के लिए पूरी मेहनत से लगेंगे. बिहार कथा की ओर से जब प्रेम शंकर यादव से यह पूछा कि उन्हें जिलाअध्यक्ष क्यों नहीं बनाया जाना चाहिए, इस पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रेम शंकर कहते हैं कि उन्हें जिलाअध्यक्ष पद का कोई अपेक्षा नहीं, वे कार्यकर्ताओं के बीच में रहना चाहते हैं. प्रेम शंकर बैकुंठपुर के नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहते हैं कि अभी वे दो सामंती नेताओं के बीच में जनता के बीच जाकर उनकी हक की लडाई लड रहे हैं. वे जिम्मेदारी लेकर किसी पद से नहीं बंधना चाहते हैं. वहीं कुछ कार्यकर्ता नाम नहीं खुलासा करने की शर्त पर यह कहते हैं कि यदि रियाजुल हक की जगह राजेश सिंह कुशवाहा को जिलाअध्यक्ष बनाया जाता है तो पार्ट के ग्राउंडलेवल के कार्यकर्ताओं में नाराजगी होगी. उनका कहना है कि गोपालगंज जिला लालू प्रसाद का गृह जिला है, इसलिए यहा राजद का मजबूत होना जरूरी है. पार्टी किसी योग्य के हाथ में जिले की कमान दें.

बदलाव पर भाजपा के ऐसे विचार
यदि राजद जिला अध्यक्ष बदलता है तो गोपालगंज की राजनीति में कितनी मजबूत प्रतिस्पर्धा बढेंगी इसको लेकर जिले के

बिनोद कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष, बीजेपी, गोपालगंज

भाजपा जिला अध्यक्ष बिनोद कुमार सिंह का कहना है कि गोपालगंज की राजनीति में इसका कोई असर नहीं पडेगा, क्योंकि राजद अब पूरी तरह से खत्म हो चुकी है. इसका कोई अस्तित्व ही नहीं बचा है. जदयू के गठबंधन के कारण ही गोपालगंज में एक विधानसभा की सीट राजद के खाते में गया है. बिनोद सिंह दावा करते हैं कि अगले चुनाव में भाजपा जिले के छह के छह विधानसभा सीट भाजपा गठबंधन अपने कब्जे में करेगी. बिनोद सिंह अपने व्यक्तिगत राय में यह कहते हैं कि राजू समता पार्टी के जमाने से एनडीए के घटक रहे हैं. वे अभी गोपालगंज में पार्टी के सबसे सीनियर नेता हैं. यदि पार्टी उन्हें पद से बेदखल कर किसी दूसरे को अध्यक्ष बनाती है तो यह रियाजुल हक राजू का अपमान होगा.






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