पूर्व बिहार में सभी पार्टियों में परिवारवाद हावी
वीरेंद्र कुमार.भागलपुर,
तमाम दावों के बावजूद पूर्व बिहार में परिवारवाद की राजनीति हावी है। इन जिलों में एक दर्जन से अधिक परिवारों के इर्द-गिर्द राजनीति घूमती रही है। मंगलवार को भाजपा की जारी पहली सूची में परिवारवाद की झलक दिख चुकी है। भाजपा ने बांका के बेलहर से पूर्व सांसद जनार्दन यादव के पुत्र मोनज यादव को और कटोरिया से वर्तमान विधायक सोनेलाल हेम्ब्रम की पुत्रवधू निक्की हेम्ब्रम को टिकट दिया है। सभी दल के दिग्गजों में पुत्र और परिवार के सदस्यों को टिकट दिलाने की होड़ मची हुई है।
जमुई जिले में पूर्व मंत्री नरेन्द्र सिंह और पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव के परिवार की राजनीति हावी है। नरेन्द्र सिंह खुद विधान पार्षद हैं। बिहार सरकार में कृषि मंत्री रह चुके सिंह के एक पुत्र अजय प्रताप सिंह जदयू और सुमित कुमार सिंह झामुमो के टिकट पर पिछले विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। इस बार भी दोनों टिकट के मजबूत दावेदार हैं। पूर्व मंत्री जयप्रकाश नारायण यादव बांका से सांसद हैं। उनके भाई विजय प्रकाश जमुई सीट से विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस बार भी जमुई सीट से विजय टिकट के मजबूत दावेदार बताए जा रहे हैं। जयप्रकाश यादव की मां भी खड़गपुर विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। बांका के संजय यादव गोड्डा विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। संजय की पत्नी कल्पना देवी गोड्डा जिला परिषद की अध्यक्ष है। संजय के भाई मनोज यादव बिहार विधान पार्षद सदस्य हैं। मनोज की पत्नी सिम्पल देवी बांका में जिला परिषद सदस्य हैं। सिम्पल जिला परिषद की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। सिम्पल भी इस बार टिकट के दावेदारों में शामिल बताई जा रही है। पूर्व मंत्री स्व. गुणेश्वर सिंह का परिवार भी टिकट के दावेदारों में शामिल है। स्व. गुणेश्वर सिंह की पुत्रवधू जिला परिषद सदस्य हैं। पौत्र मृणाल शेखर और पौत्रवधू सह नगर निगम भागलपुर की डिप्टी मेयर प्रीति शेखर भागलपुर और अमरपुर सीट से भाजपा में टिकट के मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं। खगडिया में रणवीर यादव और रामविलास पासवान का परिवार राजनीति में सक्रिय है। इस बार भी दोनों परिवार के सदस्य चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के भाई पशुपतिनाथ पारस अलौली विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस बार भी वे चुनाव लड़ेंगे। पुत्र चिराग पासवान जमुई से सांसद हैं। रणवीर यादव भी विधायक रह चुके हैं। उनकी पत्नी पूनम देवी यादव तीन बार से खगडिया विस सीट का प्रतिधित्व कर रही है। परिवार की कृष्णा यादव पिछला लोस चुनाव राजद के टिकट पर लड़ चुकी है। वर्तमान में खगडिया जिला परिषद की अध्यक्ष है।
अश्विनी चौबे के पुत्र अर्जित भी हैं टिकट की दौड़ में
तारापुर विस क्षेत्र से हम के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी कई बार प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इस बार भी वे चुनाव लड़ रहे हैं। पुत्र सम्राट चौधरी विधान पार्षद हैं। पूर्व में परबत्ता विस का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। चर्चा है कि इस बार शकुनी चौधरी खुद के अलावा किसी बेटा या पुत्र वधू को चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी कर रहे हैं। पूर्व मंत्री सह बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे के पुत्र अर्जित चौबे भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं। चर्चा है कि भागलपुर के सांसद बुलो मंडल की पत्नी बिहपुर से चुनाव लड़ सकती हैं। कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह के पुत्र भी राजनीति में सक्रिय हैं। पूर्व में उन्हें भी कहलगांव से टिकट का दावेदार माना जा रहा था। पूर्व सांसद चुनचुन यादव के पुत्र संजय यादव जिला मुखिया संघ के अध्यक्ष हैं। विधान परिषद का चुनाव लड़ चुके हैं। एक पुत्र अजय यादव जिला राजद के पदाधिकारी रह चुके हैं। एक ही परिवार के परवेज जमाल और सिकन्दर जमाल अलग-अलग पार्टियों से चुनाव लड़ चुके हैं। इस बार भी दोनों टिकट के दावेदार बताए जा रहे हैं।from livehindustan.com
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