सऊदी से भेजा 24 किलो का पार्सल, हथुआ आते-आते दो किलो का हुआ. डाकघर वाले हजम कर गए 10 किलो विदेशी चॉकलेट, पैकेट से निकाल लिया विदेशी कंबल!
कार्यालय संवाददाता
बिहार कथा, हथुआ-गोपालगंज. गोपालगंज के हथुआ पेऊली के पास बिगही गांव के रहने वाले वाले रंजन राय सऊदी अरब में इंजीनियर की नौकरी करते हैं.अच्छा-खासा कमा लेते हैं. उन्होंने 16 अप्रैल को सऊदी से करीब 24 किलो का एक पार्सल पैकेट अपने गांव में पिताजी इंद्रज्योति राय के नाम का पार्सल भेजा, लेकिन वह पार्सल सऊदी से हथुआ आते-आते करीब दो किलो का हो गया. पैकेट में उन्होंने करीब 55 हजार का समान भेजा था. उसमें तीन विदेशी कंबल, पिताजी व परिवार के अन्य सदस्यों के लिए कपड़े, विदेशी चॉकटलेट करीब 12 किलो था. रूपेश राय ने सऊदी अरब से फोन पर बिहार कथा को बताया कि डाक से हथुआ पहुंचते ही पर्सल मात्र दो किलो का हो गया. पहले तो उनके पिता जी को डाकघर से फोन कर डाकघर में बुलाया गया और उन्हें फटा पैकेट पकड़ा दिया गया. उसमें मात्र डेढ़ किलो ही विदेशी चॉकलेट और उनके पकड़े थे. जबकि तीन विदेश्ी कंबल और परिवार के अन्य सदस्यों के लिए कपड़े था. इसके अलावा करीब 12 किलो चॉकलेट की अच्छी तरह से पैकिंग कर पार्सल की बुकिंग हुई थी. पर्सल बुकिंग के समय डाक विभाग यह सुनिश्चित करता हैकि पैकेट सेअच्छे और मजबूती से बंधा है कि नहीं. रूपेश राय ने बताया कि डाकघर के कर्मियों ने उनके पिताजी को यह बताया कि यह पैकेट उनके पास फटा हुआ ही आया था. यहां हथुआ में नहीं फाड़ा गया है. 55 हजार मूल्य के समान का भेजा गया पर्सल पैकेट मात्र दो हजार के समान के साथ हथुआ में डिलिवर हुआ. इस संबंध में हथुआ डाकघर के पोस्टमास्टर का कहना है कि पार्सल छपरा कार्यालय से डैमेज ही आया था. इसकी लिखित सूचना संबंधित अधिकारियों को भेज दी गई है. रूपेश का कहना है कि बिहार के डाकघर कर्मचारी कितने बेईमान हो गये हैं. यह मेरे साथ पहला ऐसा अनुभव है, न जाने ओर कितने लोगों का पार्सल बिहार जाता होगा और उनमें से ये चोरी करते होंगे.
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