मिथलेश तिवारी के एरिया में नल जल योजना में गड़बड़ी की जाँच सिर्फ कागजों में!
बिहार कथा, गोपालगंज। मुख्यमंत्री के सात निश्चय योजना के अंतर्गत चल रहे नल जल योजनाओं में शिकायत जिले में खासकर विधायक मिथलेश तिवारी केे विधान सभा छेत्र बैकुुंटपुर के लगभग सभी पंचायतों से नल जल योजना में भाड़ी अनियमितता की शिकायतें मिल रही है बिभाग एवं जिलाधिकारी सहित सम्बंधित पदाधिकारी जाँच की बात कर रहे हैं और दोषियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही का अस्वाशन भी दिया जा रहा है लेकिन स्थिति यथावत बनी हुई है बता दें कि बैकुण्ठपुर प्रखंड के हकाम पंचायत की यहीं स्थिति है पंचायत के वार्ड नं 13 एवं 16 को नल जल योजना में चयनित किया गया है 60 से 80 %तक कार्य भी हो चुका है जिसमें भाड़ी अनियमितता बरती गई थी जिसकी शिकायत तरुण विकास मंच के संयोजक मनीष ऋषि ने ग्रामीणों के सहयोग से तय मानक से विपरीत स्थिति में हो रहे कार्य को बाधित कर दिया एवं बैकुण्ठपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी महोदय को 08 जून को ज्ञापन सौंपा आवेदन पत्र पर सन्तोषजनक कार्यवाही नहीं होते देख 13 जून को जिलाअधिकारी महोदय को आवेदन दिया गया । फिर भी कोई ठोस कदम नही उठाया गया। जिसके बाद मनीष ऋषि ने लोक शिकायत में परिवाद दायर किया जिसमें वर्तमान प्रखंड विकास पदाधिकारी के द्वारा जाँच कराकर लोक शिकायत के समक्ष जाँच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया है जिसमें बताया गया है कि आवेदक मनीष ऋषि के द्वारा लगाये गए सभी आरोप सही है जाँच में अनियमितताए पाई गई है आरोप था कि तय मानक के अनुसार पाइप लाइन 3 फिट की गहराई से ले जाना है, पाइप Hdpe का लचीला पाइप लगाना है, जेसीबी मशीन का उपयोग नहीं करना है ठीकेदार से कार्य नहीं कराना है एक समिति का चयन कर समिति के देख रेख में कार्य को कराना है लेकिन इसके विपरीत कार्य किया जा रहा है ठीकेदार के माध्यम से कमीशन सेट करके कार्य कराया जा रहा है 3 फिट गढ़े के जगह 1 फिट पर पाइप लाइन दौड़ाया जा रहा है जब बैकुण्ठपुर के प्रखंड विकास पदाधिकारी ये मानते हैं कि अनियमितता हुई है तो अभी तक मुकदमा दर्ज कर फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तारी क्यो नही की जा रही है उल्टे दबाव बनाकर जेसीबी मशीन से बाकी बचे कार्य को पूरा करने का प्रयास किया गया रविवार के दिन फिर जब ग्रामीणों ने इसका कड़ा विरोध किया तो कार्य रुका । मनीष ऋषि का कहना है कि जब जबरदस्ती कार्य करना शुरू किया गया तो बैकुण्ठपुर के विडियो साहब को टेलीफोनिक सूचना दी गई तो उन्होंने बताया कि जेई वहा मौजूद हैं सवाल ये उठता है कि जब मामला जाँच पड़ताल के क्रम में चल रहा है तो उस बीच प्रखंड विकास पदाधिकारी की जानकारी में दबंगता पूर्वक कार्य कराना कहि ना कहि साक्ष्य छुपाने का प्रयास ही समझा जा सकता है बता दें कि दो माह पूर्व समाचार पत्रों में खबर छपी थी कि बैकुण्ठपुर विधायक एवं जिलाअधिकारी संयुक्त रूप से करेंगे जाँच ये सारी बातें उस वक्त हास्यास्पद लगने लगती है जब शिकायत पर भी कार्यवाही नहीं होती है । इस प्रकरण का अगर सन्तोषजनक कार्यवाही नहीं होती है तो राज्य सरकार तक इस बात को पहुंचाई जाएगी एवं राज्य लोक शिकायत तक दरवाजा खटखटाया जाएगा ।।
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