एक साल का हुआ थावे का शाही पल्लवी इंटरनेशन होटल
सुनील कुमार मिश्रा. गोपालगंज.
हथुआ राज की ओर से संचालित शाही पल्लवी इंटरनेशन होटल 14 अगस्त, 2018 को एक साल का हो गया. यह होटल थ्री स्टार स्तर का है.होटल की खासियत यह है कि इसे मंदिर परिसर में स्थित सैकड़ों वर्ष पुराने भवन को नया लुक देते हुए उसे शाही अंदाज में प्रस्तुत किया है. सिर्फ स्वादिष्ट व्यंजन ही नहीं धार्मिक स्थल थावे में जहां एक उत्तम मैरेज हॉल तक की व्यवस्था नहीं थी, वहां एक सुसज्जित थ्री स्टार होटल रेस्टोरेंट एवं मैरेज हॉल देकर हथुआ राज परिवार ने शाही सुविधा से इस स्थल को निखार दिया है. हथुआ राज के महाराज बहादुर मृगेंद्र प्रताप शाही ने बताया कि उक्त महल तथा थावे दुर्गा मंदिर हथुआ राज के पंचानवें राजा महाराजा युवराज शाही ने 1695 में बनवाया था. महाराजा युवराज शाही वर्ष 1695 से 1737 तक हथुआ राज की राजगद्दी पर काबिज रहे. यानी लगभग 422 वर्ष पुरानी इस आलीशान महल की वास्तुकला इतनी उम्दा थी कि आज भी इसकी दीवारें ज्यों की त्यों हैं. इस महल का निर्माण हथुआ राज ने इस उद्देश्य से कराया था कि अपनी कुलदेवी थावे भवानी की पूजन के उपरांत इस महल में विश्राम कर सकें. 30 से 35 इंच की दीवाल तथा 22 फीट ऊंचाई की छत वाला यह महल उचित रखरखाव के अभाव में खंडहर में तब्दील हो गया था. दरअसल हथुआ राज महाराज मृगेन्द्र प्रताप शाही पल्लवी होटल ग्रुप के प्रबंध निदेशक भी हैं. बनारस में भी थ्री स्टार पल्लवी हेरिटेज है जो उत्तर प्रदेश का इकलौता हेरिटेज के रूप में जाना जाता है.
422 साल पुराने महल को मिला है नया रूप
422 वर्ष पुराने महल में यह पल्लवी हेरिटेज बिहार का इकलौता हेरिटेज होगा. जहां विदेशी सैलानियों की सुविधा को ख्याल में रखते हुए इस हेरिटेज में राजसी ठाटबाट वाली सारी सुविधाओं से लैस रखा गया है. यही नहीं सैलानियों की सुरक्षा को देखते हुए इस हेरिटेज के चप्पे-चप्पे पर सीसीटीवी कैमरा तथा वाईफाई आदि अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किया गया है. इस होटल में बाहर के कुक एवं अन्य बेहतर स्टॉफ की सुविधा को ध्यान में रखते हुये लगाया गया है.
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