कार के डिपर लाइट ने ली एक डॉक्टर के बेटे की जान
बड़हरिया के चर्चित चिकित्सक के पुत्र निक्कू की सड़क हादसे में मौत,कोहराम। गोपालगंज से घर लौट रहा था निक्कू
बिहार बिहार कथा,परवेज़ अख्तर/सीवान।
जिले के बड़हरिया स्तिथ पुरानी बाजार निवासी सह चर्चित चिकित्सक डॉक्टर आईडी गिरी के बड़े पुत्र अविनाश कुमार उर्फ़ निक्कू गिरी की दर्दनाक मौत सड़क हादसे में रविवार की रात्रि हो गई। उसके मौत से बड़हरिया के अलावा उसके पैतृक गांव सुरहियाँ में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है। आम से लेकर खास तक के लोगों की आँखे उसके मौत के बाद नम होते जा रही है। घटना के सम्बंध में प्राप्त विवरण के मुताबिक निक्कू को गोपालगंज से कुछ बिजली का सामान खरीद कर घर लौट रहा था की उसके बाइक में तेल की कमी आ गई। और वह माधोपुर स्तिथ पेट्रोल पम्प से तेल लेकर अपने घर को लौट रहा था की तभी बिपरीत दिशा की ओर से एक चारपहिया वाहन के डिपर से उनकी बाइक अनियंत्रित हो गई।जिसके वजह से वह रोड़ पर गिर पड़े।ब्रेन में गम्भीर चोट व अधिक रक्तश्राव के कारण उनकी स्तिथि बेहद खराब हो गई।अविनाश को रोड़ पर अचेत पड़ा देख आनन-फानन में ग्रामीण व परिजन उसे बेहतर इलाज के लिये सीवान ले जा रहे थे की तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया। निक्कू की मौत की खबर जैसे ही उसके परिजनों को मिली तो परिजन दहाड़ मार बिलखने लगे।परिजनों के हृदय बिदारक चित्तकार से सबका कलेजा पिघलता जा रहा था।तथा उसके पैतृक गांव सुरहिया में भी मातमी सन्नाटा पसर गया। और देखते ही देखते “क्या बूढ़े,क्या नौजवान “एका एक लोग उसके घर के तरफ दौड़ पड़े।बतादें की डॉक्टर आईडी गिरी का मृतक सबसे बड़ा पुत्र था।लेकिन घर वाले व ग्रामीण प्यार से उसे निक्कू कह कर पुकारते थे।लेकिन कागजी नाम में अविनाश कुमार ही अंकित है।गांव व बाजार में निक्कू एक मिलनसार के रूप में जाना जाता था।और उसकी एक अलग पहचान थी।खबर लिखे जाने तक यह मामला पुलिस तक नही पहुँची हुई थी। मृतक के दरवाजे पर लोगों का एक हुजूम उमड़ पड़ा है।
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