गोपालगंज :दफादार व चौकीदारों ने कलेक्ट्रेट गेट पर किया प्रदर्शन
गोपालगंज। बिहार राज्य दफादार चौकीदार पंचायत की जिला इकाई ने दफादार व चौकीदारों की समस्याओं को लेकर सोमवार को कलेक्ट्रेट गेट पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व राज्य सचिव डॉ. संत सिंह व जिला अध्यक्ष दीनानाथ मांझी ने की। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए राज्य सचिव डॉ. संत सिंह ने बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2006 में संशोधन कर वर्ष 1990 से 5 मार्च 2014 के बीच सेवा निवृत दफादार चौकीदारों के अश्रितों की बहाली की मांग की। श्री सिंह ने कहा कि राज्य सरकार जब तक इसमें संशोधन कर आश्रितों की नियुक्ति का रास्ता साफ नहीं कर देती पंचायत अनवरत संघर्ष करती रहेगी। आंदोलन के अगले चरण में पंचायत 27 नवंबर को प्रमंडलीय आयुक्त सारण के समक्ष प्रदर्शन करेगी। वहीं अंबेदकर के महा परिनिर्वाण दिवस पर 6 दिसंबर को बिहार के मुख्यमंत्री के समक्ष पटना में प्रदर्शन किया जाएगा। मौके पर जिला सचिव धर्मनाथ प्रसाद यादव, जिला संगठन सचिव राजेश यादव, ललन यादव, घोष चौधरी, सत्यनारायण राम, वीरेन्द्र राय, मुंशी मांझी, नगीना गद्दी, मुंशी अली, हीरा मांझी, मुबारक अंसारी, सुदामा भर, सुलेमान साईं, अशोक सिंह, बहादूर महतो, फुलेना राउत, जमुना गोंड, लालजी दुसाध, मनान अंसारी, छठू यादव, संजय यादव, छोटे मांझी व रंगलाल मांझी समेत अन्य थे। थानाध्यक्षों पर लगाया आरोप : डॉ. सिंह ने आरोप लगाया कि बिहार सरकार के महत्वपूर्ण नीति पूर्ण शराबबंदी को लागू करने में दफादार चौकीदार शराब माफिया व पुलिस गठ जोड़ के शिकार हो रहे हैं। दफादार चौकीदार शराब संबंधी जो भी सूचना थानाध्यक्ष को देते हैं उसे छुपा लिया जाता है। किसी कारण वश घटना उजागर हुई तो थानाध्यक्ष अपने बचने के लिए दफादार व चौकीदार को बलि का बकरा बना देते हैं। गलत आरोप लगाकर दफादार चौकीदार को निलंबित कर दिया जाता है। बैकुंठपुर थाने के चौकीदार सहबीर मांझी की सूचना का उल्लेख स्टेशन डायरी में है फिर भी उन्हें निलंबित कर दिया गया। उन्होंने दु:ख व्यक्त करते हुए कहा कि बिहार चौकीदार संवर्ग नियमावली 2016 को बने एक वर्ष से अधिक हो गए। लेकिन एक भी दफादार व चौकीदार को प्रोन्नति का लाभ नहीं दिया गया है।-जिलाध्यक्ष ने उठाई कई मांगसभा को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष दीनानाथ मांझी ने दफादार चौकीदारों को एसीपी का लाभ, स्वयं हाजिरी बनाने, दफादार चौकीदारों के वेतन भुगतान में अनुमंडलापदाधिकारी का प्रति हस्ताक्षर हटाने, डाक ड्यूटी, कैदी स्कॉट ड्यूटी, बैंक ड्यूटी, थाना रिजर्व ड्यूटी बंद कराकर बीट में ड्यूटी लगाने की मांग की। श्री मांझी ने कहा कि दफादार चौकीदार जब तक बीट में नहीं रहेंगे तो शराब पकड़वाने का काम कैसे करेंगे।
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