कुचायकोट में रंगरेलिया मनाते पकड़ा गया दारोगा. आधी रात बैठी पंचायत, पिटाई के बाद कबुली गलती. हुआ निलंबित
आरोपी दारोगा प्रद्मुमन सिंह खुद को बताया निर्दोष, कहा-महिला के पति ने बुलाया खाने खाने
संवाददाता
कुचायकोट/गोपालगंज. गोपालगंज जिले में वर्दी का धौंस दिखकर एक घर में रंगरेलियां बना रहे थे. इस बात की भनक वहां के ग्रामीणों को लग गई और उन्होंने दारोगा की जमकर पिटाई की. हालांकि आरोपी एसआई प्रदुम्न्न सिंह के मुताबिक वे इस मामले में निर्दोष है। उनकी किसी ने पिटाई नहीं की है. आरोपी एसआई की मुताबिक महिला के पति ने ही उनको खाना खिलाने के लिए घर पर बुलाया था। वे वहां खाना खाने के लिए पहुचे थे, तभी कुछ लोग जबरन घर ने पहुच गए। ग्रामीणों का उनको खाने पर आपत्ति थी। इसी लिए ग्रामीणों ने उनके साथ केवल पूछताछ की थी।
मिली जानकारी के अनुसार गोपालगंज जिले के कुचायकोट थाना का सब इंस्पेक्टर प्रदुमन सिंह परसो रात मे थाना क्षेत्र के सिरिसिया मौजे गांव में एक घर में रंगरेलिया मना रहे थे। इस बात की खबर ग्रामीणों को लग गई। ग्रामीणों ने दारोगा जी की जमकर पिटाई। बाद में स्थानीय मुखिया, सरपंच तथा अन्य वरिष्ठ ग्रामीणों के बीच बचाव करने तथा दरोगा के माफी मांगे जाने के बाद ग्रामीणों ने उन्हें छोड़ा। वैसे तो इस घटना को लेकर थाने में प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई गई है, लेकिन एक वीडियो वायरल होने के बाद सिरिसिया सहित आसपास के गांवों में इस घटना को लेकर चर्चा का बाजार गर्म है।
जानकारी के अनुसार कुचायकोट थाने में पदस्थापित अवर निरीक्षक प्रदुमन सिंह का थाना क्षेत्र के सिरिसिया गांव निवासी एक युवती से लंबे समय से प्रेम संबंध चल रहा था। दरोगा अक्सर रात में इस गांव में पहुंचकर रंगरेलियां मनाते थे। इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो ग्रामीणों ने आपस में बैठक कर दरोगा को रंगे हाथ पकडऩे का प्रोग्राम बनाया। इसी बीच गुरुवार की रात दरोगा प्रदुमन सिंह देर रात युवती के घर पहुंच गए। इस बात की जानकारी लगने पर तमाम ग्रामीण एकत्रित हो गए और दरोगा को युवती के घर में ही घेर लिया। इस दौरान कुछ युवकों ने दरोगा के साथ मारपीट भी की। इस घटना की जानकारी लगने पर तमाम ग्रामीण मौके एकत्रित हो गए। उग्र भीड़ को देखते हुए दरोगा माफी मांगते हुए यह कहते रहे कि वे दोबारा यहां नहीं आएंगे। बावजूद इसके ग्रामीणों का आक्रोश शांत नहीं हुआ और देर रात तक लोगों ने दरोगा को पकड़े रखा।
फिर मौके पर पहुंचे स्थानीय मुखिया धर्मेंद्र मिश्रा तथा अन्य ग्रामीणों ने बीच बचाव शुरु किया और दरोगा के माफी मांगने और दुबारा यहां नहीं आने के आश्वासन के बाद ग्रामीणों ने उन्हें मुक्त किया। उधर दरोगा के माफी मांगने की घटनाव का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस महकमे की भी नींद खुल गई। एसपी ने पूरे मामले की जांच का आदेश दिया है। इस घटना की चर्चा सिरिसियां सहित आसपास के गांवों में है। घटना के बाद दरोगा प्रदुम्न सिंह का मोबाइल भी बंद आ रहा है। तमाम पुलिस पदाधिकारी घटना के बाद कुछ भी बताने से हिचक रहे हैं।
Related News
गरीबी की गहराई से निकलने की आसान सीढ़ी है शिक्षा : सुनीता साह
‘गरीबी की गहराई से निकलने की आसान सीढ़ी है शिक्षा’ हथुआ ब्लॉक में जनसुराज काRead More
वोट की ताकत का दिलाया एहसास
मीरगंज नगर परिषद में चलाया गया जन सुराज जन संपर्क अभियान, वोट की ताकत काRead More
Comments are Closed