#The great festival of Rakshabandhan concluded with joy

 
 

भाई-बहिन के स्नेह का प्रतीक रक्षाबंधन का इतिहास

भाई-बहिन के स्नेह का प्रतीक है रक्षाबंधन का पर्व रमेश सर्राफ धमोरा रक्षाबन्धन का पर्व भाई-बहिन के स्नेह का प्रतीक देश का एक प्रमुख त्यौहार है। रक्षाबन्धन पर्व में रक्षासूत्र यानि राखी का सबसे अधिक महत्व है। इस पर्व के दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं। श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाये जाने के कारण इसे श्रावणी पर्व भी कहते हैं। इस दिन ब्राह्मण, गुरु द्वारा भी राखी बांधी जाती है। हिन्दू धर्म के सभी धार्मिक अनुष्ठानों में रक्षासूत्र बांधते समय पण्डित संस्कृत में एक श्लोक का उच्चारण करतेRead More


सिवान : हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुई रक्षाबंधन की महा पर्व

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई भाई-बहन के पवित्र पर्व रक्षाबंधन, सुबह से ही सभी अपने भाई-बहनों मिलने के लिए उनकी आंखों में प्यार देखने को मिल रही थी सभी अपनी इच्छा अनुसार अपने बहनों को देने के लिए भेंड उपहार व मिठाइयां लेकर जा ते देखे गए कई वर्षों से रक्षाबंधन के पवित्र पर्व का बड़ा ही महत्व है जैसे सनातन परंपरा में किसी भी कर्मकांड व अनुष्ठान की पूर्णाहुति बिना रक्षासूत्र बांधे पूरी नहीं होती प्रातःस्नानादि से निवृत्त होकर लड़कियां और महिलाएं पूजा की थाली सजाती हैं थाली मेंRead More


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