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सहकारी समितियां भी बदल सकती हैं वोट का समीकरण

संपन्नता की राह सहकारिता ——————– सहकारी समितियां भी बदल सकती हैं वोट का समीकरण अरविंद शर्मा, नई दिल्ली ——————– राजनीति में सहकारी समितियों ने धन का स्रोत बढ़ाया, कार्यकर्ताओं को मिला संरक्षण, देश में साढ़े आठ लाख सहकारी समितियां, एक लाख पैक्सों से 13 करोड़ लोग जुड़े, दो लाख नए पैक्स बनने हैं, जो बड़ा वोट बैंक साबित हो सकते हैं ——————- सहकारिता संस्कृति के रूप में राजनीति का एक पुराना मोर्चा फिर से धीरे-धीरे सशक्त होने लगा है। लगभग तीन दशकों से इस क्षेत्र में ठहराव आ गया था।Read More
मोदी को कितनी टक्कर देगा विपक्ष का इंडिया

रमेश सर्राफ धमोरा पिछले नौ वर्षों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत एनडीए गठबंधन को चुनौती देने के लिए कांग्रेस सहित देश के 26 विपक्षी दलों के नेताओं ने एक नए राजनीतिक गठबंधन बनाने की घोषणा की है। बेंगलुरु में आयोजित विपक्षी दलों की बैठक में शामिल हुए दलों ने कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए के स्थान पर इंडियन नेशनल डेवलपमेंट इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) के नाम पर एक नया गठबंधन बनाया है। विपक्ष के इंडिया गठबंधन के संयोजक की घोषणा अभी तक नहीं हो पाईRead More
भाजपा में क्यों नहीं है इकोसिस्टम!

भाजपा में क्यों नहीं है इकोसिस्टम! संजय तिवारी मोदी कांग्रेस इकोसिस्टम की बात खूब करते हैं तो फिर बीजेपी का कोई इकोसिस्टम क्यों नहीं बनता? बनता भी है तो वह कांग्रेस के इकोसिस्टम जितना ताकतवर क्यों नहीं हो पाता? एक लाइन में जवाब सुनना हो तो यह है कि मोदी ने बनने नहीं दिया। बीचे आठ सालों में मोदी ने अपना इकोसिस्टम तो बनाया लेकिन बीजेपी का कोई इकोसिस्टम बनने नहीं दिया। विस्तार से जानना हो तो ऐसे समझिए कि सरकारी संसाधन का कुछ हिस्सा जब समर्थकों तक पहुंचता हैRead More
सीबीआई से ज्यादा चर्चा ईडी की क्यों ?

सीबीआई से ज्यादा चर्चा ईडी की क्यों ? संजय तिवारी, नई दिल्ली। मनमोहन सिंह सरकार में सबसे ज्यादा किसी केन्द्रीय एजंसी की चर्चा रही तो वह थी सीबीआई। लेकिन मोदी के आठ साल के शासन काल में अगर किसी केन्द्रीय एजंसी की चर्चा सबसे अधिक हुई है तो वह है ईडी। ईडी का अर्थ है इन्फोर्समेन्ट डायरेक्टरेट। यह वित्त मंत्रालय के तहत काम करनेवाली एक ऐसी एजंसी है जो मुख्य रूप ये मनी लांडरिंग और स्टॉक एक्सेंज के जरिए होनेवाली आर्थिक धोखाधड़ी के मामलों की जांच करता है। ईडी या प्रवर्तन निदेशालयRead More
74 आजाद सालों का हासिल क्या काफी है?

डॉयचे वेले,दिल्ली भारत की स्वतंत्रता की 74वीं सालगिरह पर केंद्र सरकार की ओर से लगातार भारत में सुख और संपन्नता की तस्वीर पेश की जा रही है लेकिन देश अभी भी गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई के चंगुल से पूरी तरह बाहर नहीं निकला है.भारत की स्वतंत्रता की 74वीं सालगिरह पर केंद्र सरकार ने ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ अभियान शुरू किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बारे में एक कार्यक्रम में कहा, “आजादी की 75वीं सालगिरह ऐसी होगी जिसमें सनातन भारत के गौरव की झलक भी हो और आधुनिक भारतRead More
पेगासस जासूसी मामले को समझना है तो यह पढें, सब समझ में आ जाएगा

पेगासस जासूसी मामला: वो सवाल जिनके जवाब अब तक नहीं मालूम बीबीसी हिंदी से साभार नई दिल्ली.21 जुलाई 2021. भारत सहित दुनियाभर में पेगासस स्पाईवेयर एक बार फिर चर्चा में हैं. इसराइल की सर्विलांस कंपनी एनएसओ ग्रुप के सॉफ्टवेयर पेगासस का इस्तेमाल कर कई पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, नेताओं, मंत्रियों और सरकारी अधिकारियों के फ़ोन की जासूसी करने का दावा किया जा रहा है. 50 हज़ार नंबरों के एक बड़े डेटा बेस के लीक की पड़ताल द गार्डियन, वॉशिंगटन पोस्ट, द वायर, फ़्रंटलाइन, रेडियो फ़्रांस जैसे 16 मीडिया संस्थानों के पत्रकारोंRead More
भाषणों में हारते नज़र आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी

उन्हीं भाषणों में हारते नज़र आ रहे हैं प्रधानमंत्री मोदी जो उन्हें सियासी चक्रवर्ती बनाते हैं रविश कुमार स्नातक की परीक्षा में कई छात्र प्रश्न का सीधा उत्तर नहीं देते हैं। उत्तर के नाम पर पन्ना भर देते हैं। घंटी बजने तक लिखते रहते हैं। पन्नों को भरते रहते हैं। इस तरह के छात्र कभी स्वीकार नहीं करते कि उन्हें प्रश्नों के उत्तर मालूम नहीं है। कई बार उन्हें प्रश्न भी समझ नहीं आता। बस ख़ाली पन्ना जहां तक दिखता है वहां तक लिखते चले जाते हैं। यह उदाहरण इसलिएRead More
पीएम मोदी ने नीतीश को बतायी ‘औकात’

वीरेंद्र यादव। लोकसभा में दो से 16 सांसदों तक पहुंचे जदयू की केंद्रीय कैबिनेट में दो मंत्रियों की भी औकात नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कैबिनेट में जदयू कोटे से तीन मंत्रियों की हिस्सेदारी चाहते थे, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक मंत्री से अधिक हिस्सेदारी के लिए तैयार नहीं हुए। 30 मई को शपथ ग्रहण समारोह से कुछ मिनट पहले नीतीश ने एनडीए सरकार में शामिल होने से इंकार कर दिया। दिन भर कुर्ता टाईट कर बधाई स्वीकार कर रहे संभावित मंत्री आरसीपी सिंह को सरकार में शामिल होने सेRead More
मोदी के मिस्टर टेन परसेन्ट

संजय तिवारी, नई दिल्ली. आसिफ अली जरदारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे लेकिन उससे भी पहले वो पाकिस्तान की प्रधानमंत्री रहीं बेनजीर भुट्टो के पति रहे। जिन दिनों बेनजीर भुट्टो प्रधानमंत्री रहीं उन दिनों आसिफ अली जरदारी को ‘प्यार से’ मिस्टर टेन परसेन्ट कहा जाता था। यह प्यार उन्हें इसलिए हासिल था क्योंकि उनके बारे में कहा जाता था कि किसी भी बड़े ठेके पट्टे में वो अपना दस प्रतिशत कमीशन पक्का रखते थे। बेनजीर की मौत के बाद जब जरदारी पाकिस्तान के राष्ट्रपति बने तो उन्होंने बहुत कोशिश की किRead More