आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत माननीय प्रधानमंत्री महोदय द्वारा कर दी गई है लेकिन आपको बता दें हम सबके बीच एक ऐसे व्यक्ति भी हैं जो -17 सालों से लोगों के बीच तिरंगा बांटते हैं जिनका नाम है रौशन हिंदुस्तानी।

इन्होंने अपना जीवन ही तिरंगे के सम्मान के प्रति प्रतिबद्धता को पूर्ण करने में खपाया है। बचपन में ही हर घर झंडा हर हाथ तिरंगा जैसी देशभक्ति की भावना से लबरेज इनके जज्बे ने इन्हें हर मिलने वाले आगंतुक या परिचित को तिरंगा देने और उसके महत्व को समझाने के लिए प्रेरित किया। देशभक्ति को बढ़ावा देने और देश से जुड़े मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए उनका यह अभियान प्रतिदिन घर घर जाना और लोगों से तिरंगे का सम्मान करने का आह्वान करना सबको प्रेरित करता है। इनके इस अभियान में परिवार वालों का भी पूरे तन मन से साथ मिला है। अपने पराए परिचित अपरिचित शासन-प्रशासन सबको साथ लेकर चलने वाले रोशन
हिंदुस्तानी से जब पूछा गया आप अपने मिशन में कब तक लगे रहेंगे तो उनका जवाब था जब तक है जान। रोशन जी को इसकी प्रेरणा एक रिक्शेवाले से 2005 में मिली थी जब वो दिल्ली में थे तो सड़क किनारे एक रिक्शावाला जो तिरंगा झंडा इधर-उधर बिखरा पड़ा था, उसे उठा रहा था. जब उन्होंने उससे पूछा कि चाचा यह क्यों कर रहे हो तो रिक्शावाले ने कहा कि झंडा राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है और इसे ऐसे इधर-उधर फेंकना ठीक नहीं है. उसी दिन से हमने राष्ट्रध्वज को घर-घर तक पहुंचाने की शपथ ली थी और वह काम हम लगातार करते चले आ रहे हैं.हम इस मिशन में हमेशा लगे रहते हैं. स्कूल कॉलेज झुग्गी झोपड़ी, मोहल्ले में लगातार तिरंगा झंडा लोगों के बीच बांटते हैं, वैसे भी अगर हम कहीं चलते हैं तो हमारे पास 15 से 20 तिरंगा झंडा रहता है. जिसे हम रोजाना लोगों के बीच बांटते हैं. हमारी यह सोच है कि तिरंगा झंडा ही एक ऐसी चीज है जो पूरे राष्ट्र को एक सूत्र में बांध के रख सकता है और यही कारण है कि तिरंगा को लेकर 17 सालों से हम घर-घर दस्तक दे रहे हैं और आगे भी हमारा या मिशन जारी रहेगा”- रौशन हिंदुस्तानी ने समाजिक कार्यकर्ता ,अधिकारियों के बीच भी बांटा है तिरंगाः रौशन हिंदुस्तानी लोगों को तिरंगे का महत्व भी बताते हैं. उन्होंने बड़े अधिकारी के कार्यालय में भी कई जगह जाकर तिरंगा झंडा बांटा है. रौशन बताते हैं कि शुरुआती दौर में जब उन्होंने यह काम करना शुरू किया तो उनके नजदीकी लोग ही कहते थे कि यह करने से क्या फायदा होगा, लेकिन आज मुझे काफी खुशी हो रही है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बार 15 अगस्त को तिरंगे झंडे को घर-घर तक पहुंचाने की बात कही है. यह एक अच्छी पहल है.
“हम तो शुरू से ही यह मानते हैं कि देश का तिरंगा झंडा ही है, जो हमें सामाजिक सद्भाव एकता के सूत्र में एक दूसरे को बांधने का काम करेगा. यही सोचकर हम घर-घर तिरंगा बांटते हैं और इसका अभियान चलाया है. हमें उम्मीद है कि इस तरह के अभियान से हमारा राष्ट्र मजबूत होगा क्योंकि तिरंगा घर में फहराने से लोगों में राष्ट्रभक्ति की भावना और ज्यादा बलवती होती है”- रौशन हिंदुस्तानी, समाजिक कार्यकर्ता से यह पूछने पर की वे छोटे बच्चों के बीच भी बांटते हैं तिरंगाः रौशन हिंदुस्तानी ने बताया कि वो ज्यादा से ज्यादा छोटे बच्चों के बीच तिरंगा बांटते हैं और उन्हें बताते हैं कि आखिर हमारे देश को आजादी कैसे मिली. किस तरह हमारा राष्ट्रध्वज बना और किस तरह से हम लोग इसको अंगीकार कर पाए. हमने तिरंगा बांटने का जो अभियान चलाया हैं कहीं ना कहीं उस से हमारा देश और ज्यादा सशक्त होगा।






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