Monday, March 23rd, 2020

 

भगत सिंह! एक ऐसा नाम जो खून में उतर जाता है

रामू सिद्धार्थ इस देश के कुछ महानायकों का मैं ऋणी हूं। जिसमें फुले, पेरियार, आंबेडकर, भगत सिंह और प्रेमचंद शामिल हैं। आज भगत सिंह का शहादत दिवस हैं। कोई 14 या 15 साल का रहा होऊंगा, जब भगत सिंह की छोटी जीवनी पढ़ने को मिली। अंतिम पंक्तियों में जब भगत सिंह की फांसी का वर्णन शुरू हुआ, तो आंसू थम नहीं रहे थे। सिसकियों और हिचिकियों से साथ रोने लगा। मां घबड़ा गई क्या हुआ? भगत सिंह की जीवनी और उनका विचार पढ़ने के बाद मन ही मन देश औरRead More


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