Sunday, November 17th, 2019

 

जानिए डॉ.आंबेडकर वकील थे तो भगत सिंह का केस क्यों नहीं लड़े?

सोशल मीडिया से साभार सोशल मीडिया पर अक्सर सवाल पूछा जाता है कि डॉ.आंबेडकर वकील थे तो भगत सिंह का केस क्यों नहीं लड़े? यह सवाल व्यंग, नफरत या आक्रोश अथवा जिज्ञासावश में पूछा जा सकता है। सवाल प्रथम दृष्टया उचित लगता है, परंतु अक्सर इसका मकसद दुष्प्रचार होता है। इसका सटिक जवाब जानने से पहले हमें हालातों को जानना होगा। 23 मार्च 1931 को भगत सिंह को फांसी दी गई थी। यह वह दौर था जब शूद्र-अतिशूद्र या यूं करे कि अंबेडकर जब स्कूल जाते थे तो उन्हें स्कूलRead More


सीवान में याद किये गए सरदार पटेल

हर्षोल्लास के साथ मनाई गई सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती। रघुनाथपुर सीवान प्रखंड क्षेत्र के जटहवा बाबा मैदान जमनपुरा गाँव में रविवार के दिन सरदार वल्लभ भाई पटेल का जयंती समारोह का अयोजन अखिल भारतीय कुर्मी समाज के द्वारा मनाई गई कार्यक्रम का उद्घाटन सरदार बल्लभ भाई पटेल कि प्रतिमा पर संयुक्त रूप से जदयू नेता अजय सिंह,भाजपा के हैप्पी यादव द्वारा संयुक्त रूप से फूल माला चढ़ा व दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का उद्घाटन किया वही एक कार्यक्रम में आए हुए सभी अतिथियों को मनोज कुमार सिंह द्वाराRead More


गोपाल गंज में भावी पैक्स उम्मीदवार की हत्या

आमोद तिवारी के करीबी थे संतोष राय ,2011 के पंचायत चुनाव में बने थे उपमुखिया संवाददाता उचकागांव फुलवरिया थाना क्षेत्र के गणेश स्थान माझा के रहने वाले संतोष राय 2011 की पंचायत चुनाव में उप मुखिया बने थे. संतोष राय गणेश अस्थान माझा पंचायत की तत्कालीन मुखिया पति आमोद तिवारी के करीबी थे. 2011 की पंचायत चुनाव में ही आमोद तिवारी की पत्नी मुखिया बनी थीं और संतोष राय उप मुखिया बने थे. जिसके बाद पंचायत में दोनों एक दूसरे से कंधे से कंधा मिलाकर विकास की योजनाओं को धरातलRead More


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