teachers day
शिक्षा, शिक्षक, शिक्षार्थी का भंग होता अनुशासन!
आज शिक्षक दिवस है। आज के दिन कुछ अहम सवालों पर चर्चा जरूरी है। शिक्षा शिक्षक और शिक्षार्थी के बीच भंग होते अनुशासन पर चिंता जाहिर कर रहे हैं दिल्ली पत्रकार संघ के कार्यकारिणी सदस्य *आशुतोष कुमार सिंह* किसी भी राष्ट्र के निर्माण में वहां उपलब्ध ज्ञान शक्ति का अहम् योगदान होता है। ज्ञान की प्रचुरता उस राष्ट्र के विकास का एक महत्वपूर्ण मापदंड भी होता है। शिक्षक दिवस के मौके पर आशुतोष कुमार सिंह का विशेष लेख… राजनीतिक विद्वानों ने संप्रभु राष्ट्र को राज्य की संज्ञा दी है। एकRead More
टीचर्स डे पर टीचर्स के लिये…
टीचर्स डे पर टीचर्स के लिये… अच्छे बुरे की बात छोड़ो अगर बस टीचर भर हो तो आज यह हलफ उठाओ कि डेस्क के नीचे झुककर पेन उठाने के बहाने टिफिन खोलकर निवाला चबाते बालकों को कभी सज़ा नहीं दोगे । किसी बात पर हँसने का मन हो तो खुद भी हँसोगे और बच्चों को भी हँसने दोगे । बच्चों के सवाल का जवाब न आने पर उनको बेइज्ज़ती भरी झाड़ पिलाने की बजाए यह कहने की हिम्मत रखोगे कि हम किसी और दिन इसपर बात करेंगे । लाल लालRead More