हिंदुस्तान गोपालगंज संस्करण : जो काम आपका है, उसे आम लोग सोशल मीडिया पर करने लगे हैं. .

from the facebook timeline of Sanjay Kumar, Pradeep Dev Socialist और 15 अन्य लोग के साथ. 45 मिनट ·
Biharkatha.com आज हिंदुस्तान के गोपालगंज संस्करण में प्रकाशित यह रिपोर्ट पढ़िए. बिना किसी तथ्य और बेसिर पैर की यह खबर पढ़ कर ऐसा लगा जैसे लिखने वाला पत्रकार प्रशासन की चंप्पूगिरी कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया में आपत्तिजनक पोस्ट डालने के मामले में नगर थाने में सबसे अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई है. लेकिन लिखने वाले रिपोर्टर ने यह नहीं बताया है कि कितनी प्राथमिकी दर्ज की गई है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि आपत्तिजनक पोस्ट के कारण पहले कई लोगों को जेल bheजा जा चुका है, लेकिन कितने लोग को bheजा गया यह संख्या नहीं बताई गई है. रिपोर्ट से स्पष्ट है कि बिना ठोस तथ्य के यह रिपोर्ट कार्यालय में ही बैठकर बनाई गई है, जिससे कि प्रशासन फेसबुकियों पर नकेल कस सके. बिहार कथा की जानकारी के अनुसर गोपालगंज नगर थाना में इस साल 14/10/2016 तक 420 एफआईआर दर्ज हो चुके हैं. इसमें पांच प्रतिशत केस v सोशल मीडिया के आपत्तिजनक पोस्ट से जुड़ी नहीं है. फिर किस आधार पर दावा किया गया है कि नगर थाने में सबसे अधिक प्राथमिकी सोशल मीडिया की आपत्तिजनक पोस्ट से है. पाठक अपने चहेते अखबार से यह जानना चाहता है कि इस साल के केस छोड़िए पिछले साल थाने में जितने केस दर्ज हुए उसमें कितने प्रकरण में चार्जशीट दाखिल हुई है. हिंदुस्तान के पत्रकार महोदय प्रशासन की चंप्पूगिरी की पत्रकारिता छोड़िए, आपकी ऐसी ही पत्रकारिता के कारण सोशल मीडिया पर प्रशासन के खिलाफ आवाज उठती है..जो काम आपका है, उसे आम लोग सोशल मीडिया पर करने लगे हैं. . .
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टिप्पणियाँ  View 5 more comments
Deepak Dwivedi
Deepak Dwivedi मसहूर अख़बार के घटिया न्यू जो प्रसाशन की कभी गलतिया नहीं छापते ।अब क्या कारण है या कुछ डील है इनकी अब तो ये खुद ही जानते है।

Ashish Rajput
Ashish Rajput बाटरिंग का तो हद होगया

Rajat Rai
Rajat Rai गलत क्या समोसा खीलायो या होटल में एक पार्टी दो काम हो जाएगा जिला के पत्रकार कभी………. के खिलाफ नहीं लिख सकते भाई इमेज खराब हो जाएगा और सरकारी आयोजन में पास और फ्रंट सीट कैसे मिलेगा।

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