मुखिया से मंत्री तक का सफर किया रामसेवक सिंह ने

सुनील कुमार मिश्र (हथुआ, गोपालगंज)।हथुआ विधायक रामसेवक सिंह ने रविवार को राज्य सरकार के कैबिनेट मंत्री पद की शपथ ली। उन्हें समाज कल्याण मंत्री जैसे महत्वपूर्ण पद की कमान सौंपी गयी है। इसके साथ ही श्री सिंह ने बलेसरा पंचायत के मुखिया पद से शुरू किए गए अपने राजनीतिक सफर को चार बार विधायक का चुनाव जीतते हुए कैबिनेट मंत्री बन कर उंचाईयों को छुआ। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत सन 2001 में हथुआ विधानसभा क्षेत्र के बलेसरा पंचायत के मुखिया पद का चुनाव लड़ कर किया। मुखिया के चुनाव में 170 वोट से जीत हासिल करने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और लगातार दिन-प्रतिदिन राजनीति की उंचाईयों को छुआ। वर्ष 2005 फरवरी में हथुआ विधानसभा क्षेत्र से उन्होंने जेडीयू के टिकट पर 7700 वोटों से चुनाव जीता। उसके बाद उसी वर्ष अक्टूबर माह में हुए मध्यावधि चुनाव में 8 हजार वोटों से चुनाव जीता। तमाम विरोधाभासो के बावजूद वर्ष 2010 में उन्होंने 22 हजार वोटों से चुनाव जीता। फिर 2015 में तमाम राजनीतिक पंडितों के आकलन को गलत साबित करते हुए उन्होंने 23 हजार वोट से लगातार अपना चौथा चुनाव जीता। चुनाव दर चुनाव उनके जीत का अंतर बढ़ता गया । मृदुभाषी व व्यवहार कुशल श्री सिंह का अपने बिरादरी वाले कुशवाहा वोटों सहित क्षेत्र की जनता पर मजबूत पकड़ है। अपनी पार्टी जेडीयू के प्रति उनकी निष्ठा शुरू  से ही रही। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के विश्वासपात्र के रूप में संगठन  के नीति निर्धारण में उनकी मजबूत भूमिका रही। संकट की घड़ी में भी उन्होंने पार्टी का दामन नहीं छोड़ा। पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की। जिसके फलस्वरूप उन्हें विधानसभा में सतारूढ़ दल के सचेतक, झारखंड में जेडीयू का प्रदेश प्रभारी व जेडीयू के राष्ट्रीय सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर तैनात कर पार्टी ने अपना भरोसा जताया। श्री सिंह पार्टी के उम्मीदों पर खरे उतरते हुए कड़ी मेहनत की तथा संगठन को मजबूती प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । इस वर्ष हुए लोकसभा चुनाव में जेडीयू प्रत्याशी डॉ आलोक कुमार सुमन की भारी जीत में भी रामसेवक सिंह का महत्वपूर्ण योगदान रहा। डा. सुमन के प्रचार अभियान की कमान श्री सिंह के हाथों में थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि हथुआ विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत ही सूबे के दो पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद व राबड़ी देवी का गृह क्षेत्र आता है। बावजूद इसके श्री सिंह ने उनके विरोध में राजनीतिक रूप से अपना झंडा बुलंद रखा। श्री सिंह ने अपने राजनीतिक कैरियर में सिर्फ एक बार विपरीत परिस्थितियों का सामना किया, जब उन्हें मई वर्ष 2011 में मारपीट के एक मामले में अंगरक्षकों के साथ जेल जाना पड़ा था। अब जबकि उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है, तो ऐसे में हथुआ विधानसभा क्षेत्र सहित गोपालगंज जिले के विकास को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद जग गयी है। कैबिनेट मंत्री बनने की घोषणा होते ही हथुआ क्षेत्र की जनता में खुशी की लहर दौड़ गयी। गांव-गांव में लोगों ने जश्न मना कर अपनी खुशी का इजहार किया। मुखिया ब्रजेश कुमार, उपेन्द्र शर्मा, पूर्व प्रमुख सत्येन्द्र शर्मा, बीडीसी रविकांत, प्रखंड मुखिया संघ के अध्यक्ष रामाजी साह, पैक्स अध्यक्ष भागवत साह, बीससूत्री अध्यक्ष संजय चौहान सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने उनके कैबिनेट मंत्री बनने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि श्री सिंह के मंत्री बनने से जिला सहित हथुआ विधानसभा क्षेत्र के विकास में मिल का पत्थर साबित होगा।

एक परिचय
नाम- रामसेवक सिंह
जन्मतिथि- 02.02.1962
शिक्षा- इंटरमीडिएट
पिता का नाम- स्व. राजबली सिंह
गांव- असनंद टोला
पोस्ट- बलेसरा
थाना- उचकागांव
उपलब्धि- लगातार चार बार विधानसभा का चुनाव जीता,
संगठन में पार्टी के सचेतक, झारखंड प्रदेश प्रभारी व राष्ट्रीय सचिव पद को सुशोभित किया।






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