सांसद पप्पू यादव मिली सेशन कोर्ट पटना से बेल
एडवोकेट प्रमोद कुमार
पटना. मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को आज शुक्रवार को पटना की निचली अदालत ने नियमित जमानत दे दी।अब किसी भी वक्त पप्पू यादव बेऊर जेल से रिहा किये जा सकते हैं। साथियो पटना पुलिस ने हाई वोल्टेज ड्रामा के बाद पिछले 27 मार्च को सांसद पप्पू यादव को पटना में उनके मंदिरी स्थित आवास से रात में गिरफ्तार कर लिया था ।उस दिन जन अधिकार पार्टी (लो) ने पटना में बिहार विधान सभा का घेराव व लोकतांत्रिक आंदोलन किया था। विधान सभा को घेरने प्रदेश भर से पार्टी के हजारों कार्यकर्ता पहुंच गए थे। गर्दनीबाग में ही कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की भिड़ंत हो गई थी,जहां पुलिस ने जुलूस को विधान सभा की ओर आगे बढ़ने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे और लाठियां बरसाई थी। इसमें दोनों पक्ष से ढेर सारे लोग चोटिल हुए थे। सांसद पप्पू यादव ने यह आरोप सरकार पर लगाया था कि पुलिस ने उनपर भी लठिया चलाई थी और पिटाई कर दी थी और यदि सीआरपीएफ के सुरक्षाकर्मी उनके साथ नहीं होते, तो बिहार पुलिस के जवान उन्हें मार दिए होते। इसके बाद के घटनाक्रम में बिहार पुलिस का बड़ा दल पप्पू यादव को गिरफ्तार करने उनके आवास पर पहुंच गया था । कई घंटों तक पप्पू यादव यह कहकर अरेस्टिंग देने से इनकार करते रहे कि उनके खिलाफ कोई वारंट नहीं है।
पुराने मामले में हुई थी गिरफ्तारी
बाद में पटना पुलिस ने उन्हें गांधी मैदान थाना के एक पुराने मामले में अलोकतांत्रिक तरीके से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। यह मामला जनवरी महीने में राजभवन मार्च के आंदोलन का था। पिछले दिनों इस मामले में निचली अदालत ने पप्पू यादव की नियमित जमानत याचिका खारिज कर दी थी। लेकिन इसी मामले में कुछ दिनों पहले पटना हाई कोर्ट में उन्हें जमानत दे दी थी परंतु एक मामले में बेल रिजेक्ट कर दिया था। अब गर्दनीबाग थाना कांड में जमानत मिलने के बाद पप्पू यादव के जेल से बाहर आने का रास्ता खुल गया है। और वे किसी भी वक्त अपने समर्थको को बाहर आने पर स्रू करेंगे और लोगो को संबोधित कर सकते हैं।
हथकड़ी पहनाने पर 11 पुलिसकर्मी हुए थे सस्पेंड
बताते चलें कि गिरफ्तारी के बाद कोर्ट में पहली पेशी के दिन पटना पुलिस ने पप्पू यादव को हथकड़ी पहना दी थी,जिसे लेकर वबाल पैदा हो गया था। कोर्ट ने सबसे पहले नाराजगी जाहिर की थी ।फिर यह मामला लोकसभा में उठ गया था, जिस पर लोकसभा की अध्यक्षा सुमित्रा महाजन ने बिहार सरकार से रिपोर्ट मांग ली थी. पटना के एसएसपी मनु महाराज ने रिपोर्ट भेजने के पहले हथकड़ी लगाने की गलती करने वाले 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया था। सांसद पप्पू यादव ने भी बेऊर जेल में रहने के दौरान ही पटना पुलिस के कई अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है और लोकसभा में विशेषाधिकार हनन मामले की नोटिस दी है।
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