पटना. बिहार के डिप्टी चीफ मिनिस्टर तेजस्वी यादव ने अपने आलोचकों को जवाब देते हुए कहा है कि वे बिहार का विकास करने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। उन्होंने कहा कि किताब का कवर पेज देखकर उसका फैसला न करें। उन्होंने साफ किया कि बिहार में विकास का नया रिकॉर्ड बनेगा। उन्होंने अपनी आलोचनाओं पर शनिवार को कुछ ट्वीट्स भी किए। बता दें कि उनकी डिप्टी सीएम की शपथ लेने के बाद से ही आलोचना हो रही थी।
ट्वीट्स में क्या कहा तेजस्वी ने
> ‘मैं ब्रांड बिहार की वैल्यू बढ़ाने और राज्य के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। किसी को भी कवर देखकर किताब पर फैसला नहीं करना चाहिए। अमृत की मिठास और दवाई की कड़वाहट का असली फायदा वक्त के साथ पता लगता है।’
> ‘बिहार के विकास में अपनी ओर से मैं कोई कसर नहीं छोडूंगा। ब्रांड बिहार को आगे ले जाऊंगा, ताकि नीतीश कुमार को मुझे डिप्टी सीएम बनाने पर गर्व हो।’
> ‘सनकी, पूर्वाग्रही और हित साधने वाले लोग भले ही उसे खारिज करें, लेकिन बिहार के लोगों ने युवाओं पर जो भरोसा जताया है, उनको इसका फल जरूर मिलेगा।’
> ‘बिहार का विकास करने में हम कोई कसर नहीं छोडेंगे। बिहार की भलाई के लिए युवा कैबिनेट के जोश को अनुभवी सीएम से बेहतर मार्गदर्शन मिलेगा।’
क्यों आलोचना हो रही है?
> वे सिर्फ 9वीं पास हैं। सिर्फ 26 साल के हैं।
> उन्होंने पहली बार चुनाव लड़ा और जीतने के बाद उन्हें इतनी बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
> लालू प्रसाद ने पार्टी के सीनियर और अनुभवी नेताओं को इग्नोर किया है।
इन्हीं आलोचनाओं के बीच इंद्रभूषण से एक्सक्लूसिव बात की।
> आपका पहला लक्ष्य क्या है?
तेजस्वी यादव: उन्होंने कहा कि बिहार के हर गांव में रोड कनेक्टिविटी हो, यही हमारा पहला टारगेट होगा। स्टेट हाईवे और एमडीआर की जितने भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं, उनका रिव्यू किया जाएगा। जिन जिलों और प्रखंडों में पुल-पुलियों के कारण रोड कनेक्टिविटी प्रभावित हो रहीं हैं, उनपर विशेष ध्यान दिया जाएगा। राज्य में जितनी भी सरकारी भवन निर्माणाधीन है उनकी क्वालिटी पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
> बड़ी चुनौतियां क्या हैं ?
तेजस्वी यादव: अभी सरकार के चंद घंटे भी नहीं बीते हैं। तीन सवाल उठाने लगे हैं। पहला- महागठबंधन की जीत से सेंसेक्स गिरा जिससे बिहार में इंटस्ट्री नहीं आएगी। दूसरा – लालू के परिवारवाद और डिप्टी सीएम बन गया और तीसरा- लालू-नीतीश का गठबंधन कब तक चलेगा? तीनों का एक ही जवाब है कि अब उनकी चालाकी का दौर गया। जनता ने सबक सीखा दिया है। हम भी बेवकूफ नहीं हैं। दोबारा उनके हाथ में पासा नहीं जाने देंगे। विकास के लिए मिलजुल कर काम करेंगे। जनता ने भाजपा नेताओं के बेटों को हराकर और लालू यादव के बेटों को जिताकर परिवारवाद का दाग धो दिया है।
> सरकार का रोड मैप क्या है?
तेजस्वी यादव: मॉडर्न बिहार बनाना है। गरीबों और अमीरों के बीच की खाई को पाटना है। पीएम मोदी के दोस्त कई पूंजीपति हैं। उनसे आग्रह है कि उन्हें बिहार भेजें। हम इंडस्ट्री लगाने को तैयार हैं। मोदी बिहार का हक दें, हम विकास दिखाएंगे।
> लॉ एंड आर्डर पर अगली सरकार का रुख क्या होगा ?
तेजस्वी यादव: जो कानून तोड़ेगा, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। कड़ी से कड़ी सजा मिलेगी। चाहे कोई हो। नीतीश कुमार के इंसाफ के साथ विकास और लालू यादव के सामाजिक न्याय के साथ आर्थिक विकास के नारे के साथ युवा और महिलाओं को पॉलिसी मेकिंग में शामिल किया जाएगा।
> राघोपुर में काम कब शुरू करेंगे ?
तेजस्वी यादव: वह हमारे परिवार की परंपरागत सीट है। वहां पहले से ही हमारा परिवार काम करता रहा है। आज से सरकार काम करने लगी है, कुछ दिनों में काम दिखने लगेगा।
> महागठबंधन की जीत और एनडीए के हार के मुख्य कारण क्या रहे ?
तेजस्वी यादव: महागठबंधन बनने और लालू यादव-नीतीश कुमार के साथ आने से ही जीत तय हो गई थी। कहीं संशय नहीं था। वही टर्निंग प्वाइंट था। दूसरी तरफ एनडीए के हार का कारण पीएम द्वारा बड़ा सपना दिखाकर उसे पूरा नहीं कर पाना है। from dainikbhaskar.com
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