जनता से अपनी सेवा की मजदूरी मांग रहा हूं : अमरेंद्र पांडे
कुचायकोट विधानसभा के निवर्तमान विधायक अमरेंद्र पांडे उर्फ पप्पू पांडे से बातचीत
इस बार का चुनाव आपके लिए पिछले दो चुनावों से कितना अलग है?
-इस बार का चुनाव पिछले दो चुनावों से बिलकुल अलग है। पिछले चुनावों में हमारे सहयोगी के रूप में भारतीय जनता पार्टी थी। लेकिन उनके अव्यवहारिक साम्प्रदायिक चरित्र में अचानक अति मुखर हो जाने से हमने अपने आप को उनके अलग किया। हमारा मुख्य एजेंडा विकास,सामाजिक न्याय, दलित पिछड़ों, अल्पसंख्यकों कीसुरक्षा है। हम किसी भी कीमत पर इससे समझौता नहीं कर सकतें। हम अपने सहयोगियों के साथ मिलकर अपने संकल्प के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
इस चुनाव में आपके लिए सबसे कठित चुनौति क्या है?
इस बार हमारे लिए सबसे मुख्य चुनौति भाजपा गठबंधन के कुप्रचार एवं जुमले में न आने से जनता को रोकना है। साथही अपने विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना है तथा उसे वोअ में तब्दील करना है।
इस बार पार्टी से अलग विधानसभा क्षेत्र के लिए आपका क्या एजेंडा है?
-हमारा मुख्य एजेंडा विकास, नीतीश जी का कुशल नेतृत्व, भाजपा के साम्प्रदायिकता को विफल करना है। यही हमारा किसी भी विधानसभा के लिए संकल्प है।
विकास का दावा तो हर कोई कर रहा है, लेकिन आपका किस नए ढंग से विकास करना चाहते हैं?
-हमे विकास करने कि आदत हो गेई है। सामाजिक न्याय, सुरक्षा , आम जन में विधायिका के प्रति विश्वास, कुशल शासन, रोजगार को बढ़ावा ही हमारे काम का तरीका है। यही हमारा संकल्प है।
विधानसभा क्षेत्र में जनसपंर्क के दौरान आप जनता से किन मुद्दों पर फिर वोट मांग रहे हैं?
-बहुत बहुत अच्छा सवाल है यह। हम केवल और केवल अपने सेवा का शुल्क मांग रहे हैं। मजदूरी मांग रहे हें अपने विकास काम का। और हमें पूर्ण विश्वास है कुचायकोट की जनता पर कि हमे जीत के रूप में मजदूरी देगी।
विपक्षी दल यह आरोप लगाते हैं कि विधानसभा क्षेत्र में ट्रांसफरमर वहीं लगे हैं जहां आपका वोट बैंक है। इस पर आपकी क्या प्रतिक्रिया है?
–यह निराधार आरोप है, लेकिन मुझे खुशी भी है कि विपक्षी दलों को विकास का काम दिख रहा है। हमारे मन में कहीं भी भेदभाव नहंी हे। जहां भी जरूरत है, वहां पर बिजली सड़क, अस्पताल बनवायसा है मैंने। आप क्षेत्र में घुमकर देख सकते हैं। अपने विकास कार्य के चलते ही मैं विपक्षी दलों को चुभ रहा हूं।
हाल ही में हुए विधानपरिषद चुनाव में आपके समर्थित उम्मीदवार महंत जी की हार हुई? क्या इस हार और वोटर के मिजाज का असर विधानसभा चुनाव पर भी पड़ेगा?
-बिल्कुल नहीं। विधाान पार्षद को जनता सीधे नहीं चुनती है। पंचायत ओर प्रखंड स्तरीय मतदाता ही विधान पार्षद चुनते हैं। और इसमें अहम बात कि इस चुनाव में धन बल का अति दुरुपयोग होता है। विधान परिषद चुनाव के परिणाम का असर विधानस भा चुनाव में बिल्कुल नहंी पड़ेगा। जनता विकास को ही चुनेगी।
कुचायकोट में आपके वोटर मोदी लहर से क्यों नहीं प्रभावित होंगे?
-जुमला बाबू की करारी हार होगी। करारा जवाब मिलेगा।
इस बार के चुनाव में आपके भतीजे मुकेश पांडे बड़ी ही सक्रिय भूमिका में हैं, आने वाले दिनों में उनका राजनीतिक भविष्य क्या होगा?
-सेवा भावना हमारे वंशानुगत खून में है। मुकेश पांडे आने वाले सयम में जन ता एवं युवाओं का कुशल प्रतिनिधित्व करें यही हमारी कामना हैं।
हथुआ समेत कई क्षेत्रों में लोगों के बीच यह चर्चा है कि आपके बड़े भाई सतीश पांडे जेल से बाहर आएंगे और चुनाव लड़ेंगे। इसके पीछे क्या हकीकत है?
–देखिये भैया ने माननीय न्यायालय का सम्मान करते हुए कई वर्षों से विचाराधीन कैदी के रूप मे कारागार में है। अब हीककत सबके सामने हैं। वे अधिकतर मामलों में बरी हो गए हैं और सभी मामलों में बेदाग साबित होककर जनता के बिच जल्द ही आएंगे। उन्हें बाहर आने के बाद ही उनके चुनाव लड़ने या न लड़ने की रणनीत बनाई जाएगी।
यदि इस बार आप जीतेंगे तो आपकी हैट्रिक होगी, क्या जीत के बाद आप मंत्री बनने की उम्मीद करते है?
भाई, हैट्रिक तो हम लगा चुके हैं। रही बात मंत्री बनने की तो जनता ओर माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी जो भी जिम्मेदारी दें, वह सव्ीकार है। हम सेवा के प्र ति संकल्पित हैं।
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