#बिहार : अति पिछड़े वोट देने में आगे
भाजपा के लिए ‘वोट बाजार’ नहीं हैं जगदेव प्रसाद

भाजपा के लिए ‘वोट बाजार’ नहीं हैं जगदेव प्रसाद सम्राट चौधरी को नेता मान पायेंगे कोईरी? —- वीरेंद्र यादव —– बिहार की राजनीति में दो शब्द का काफी मायने है। पहला शब्द है वोट बाजार और दूसरा शब्द है वोट का ट्रेंड। पहले का अर्थ है किसके नाम पर किस पार्टी को वोट मिलता है और दूसरे शब्द का अर्थ है कि किसके साथ वोट जाता है। एक सप्ताह पहले 24 जनवरी को जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती मनायी गयी थी। उनकी जयंती जदयू, राजद समेत भाजपा ने भी धूमधामRead More
बिहार : अति पिछड़े वोट देने में आगे, टिकट में सबसे पीछे

मिथिलेश, पटना : राज्य की आबादी में करीब 35% हिस्सेदारी वाला अति पिछड़ा समुदाय अगले साल नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में बड़ी भूमिका अदा करेगा. इसलिए सभी पार्टियां अति पिछड़ी जातियों को गोलबंद करने में जुट गयी हैं. अति पिछड़ा समुदाय को मजबूत बनाने और विकास योजनाओं में प्राथमिकता देने का मामला जदयू का हथियार होगा तो भाजपा उन्हें राजनीतिक तौर पर स्पेस देने की उदारता को रणनीतिक रूप से सामने ला रही है. पिछले तीन चुनाव-2010 व 2015 के विधानसभा और इस साल हुए लोकसभा चुनाव मेंRead More