Thursday, March 25th, 2021

 

आग सुलगाकर चले गये थे मंत्रीजी, बाद में बॉडीगार्ड भी आया

आग सुलगाकर चले गये थे मंत्रीजी ‘दमकल’ देख भड़क गयी रमणिका — बिहार-झारखंड: राजनेताओं की रंगरेलियां 6 — वीरेंद्र यादव, वरिष्‍ठ पत्रकार, पटना बिहार विधान मंडल की पूर्व सदस्‍य और लेखिका रमणिका गुप्‍ता अपनी आत्‍मकथा में एक सोशलिस्‍ट नेता और तत्‍कालीन मंत्री के कार्यव्‍यवहार और चरित्र को लेकर काफी गंभीर दिखती हैं। उनके मन में नेताजी के प्रति आदर भाव था। रमणिका को लगता था कि मंत्री के प्रति समर्पण करके उनके ‘ऋण’ से मुक्‍त हुआ जा सकता है। एक घटना का जिक्र करते हुए लिखती हैं कि हजारीबाग कीRead More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com