Monday, January 1st, 2018

 

हथुआ के समीर ने गजल व शायरी में बनाई राष्ट्रीय पहचान

पेशे से शिक्षक समीर जिले की साहित्यिक विरासत को बना रहे समृद्ध, “दिल्ली चीखती है” और “चंद कतरें” जैसे गजल संग्रह ने दी राष्ट्रीय पहचान, साहित्यिक पत्रिका “सामयिक परिवेश” का कर रहे हैं सम्पादन सुनील कुमार मिश्र.बिहार कथा-हथुआ बिहार के गोपालगंजजिले के हथुआ प्रखंड अंतर्गत भरतपुरा गांव के युवा शायर समीर परिमल ने शायरी,गजल लेखन व गायिकी  सहित काव्य पाठ में राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनायी है। समीर का नाम साहित्य जगत के राष्ट्रीय फलक पर तेजी से उभरा है। एक खास अंदाज में गजल लेखन व गायन ने राष्ट्रीय स्तरRead More


Share
Social Media Auto Publish Powered By : XYZScripts.com