गोपालगंज : पंचदेवरी में शिक्षकों के समंजन पर विभाग मौन

विभाग पर भारी पड़ रही हैं नियोजन इकाइयां
विभागीय आदेश के बाद भी नहीं हो रहा शिक्षकों का समंजन

पंचदेवरी(गोपालगंज) – शिक्षकों के समंजन मामले में अब विभाग के आला अधिकारियों ने भी चुप्पी साध ली है। यहां शिक्षकों का समंजन क्यों नहीं किया जा रहा है। इस संबंध में विभाग का कोई भी अधिकारी कुछ स्पष्ट नहीं बता रहा है। हालांकि विभाग द्वारा कई बार समंजन का कार्य निर्धारित समय में पूरा कर लेने का निर्देश नियोजन इकाइयों को दिया जा चुका है। बावजूद इसके नियोजन इकाइयों ने शिक्षकों के समंजन को लटकाकर रखी है। विभाग पर नियोजन इकाइयां भारी पड़ रही हैं। विभाग के सख्त निर्देश के बावजूद नियोजन इकाइयों द्वारा शिक्षकों का समंजन नहीं करना और इस पर विभाग द्वारा कोई कदम नहीं उठाना यह साबित कर रहा है कि नियोजन इकाइयों के सामने विभाग अब घुटने टेक चुका है। शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षकों की सूची का अनुमोदन कर आठ माह पहले ही नियोजन इकाई को भेज दिया गया था, लेकिन नियोजन इकाइयों ने अभी तक शिक्षकों का समंजन करना मुनासिब नहीं समझा है। नियोजन इकाइयों के सामने विभागीय आदेश बेअसर साबित हो रहा है। सरकार ने गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को लेकर स्कूलों में शिक्षकों के समंजन के लिए निर्देश जारी किया था। लेकिन इस मामले में चुप्पी साध लेने से विभाग पर भी कई सवाल खड़े हो गये हैं। विभाग के आदेशानुसार नवम्बर में ही समंजन की प्रक्रिया पूरी कर लेनी थी लेकिन आज तक सिर्फ अनुमोदन ही हुआ है। न तो प्रखंड नियोजन इकाई द्वारा और न ही पंचायत नियोजन इकाइयों द्वारा अभी तक शिक्षकों का समंजन कर रिपोर्ट विभाग को सौंपा गया है। नियाजन इकाइयों की इस लापरवाही पर विभाग ने भी कोई कदम नहीं उठाया है। इधर,कई नियोजन इकाइयों द्वारा शिक्षकों के समंजन के लिये अनुमोदित सूची सही नहीं होने की बात कही जा रही है। लेकिन ऐसी समस्या होने पर सचिव, शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार संबंधित नियोजन इकाइयों को कारण सहित पुन : प्रस्ताव तैयार कर जिला शिक्षा पदाधिकारी से संपुस्ट कराना हैं, जो अभी तक नियोजन इकाइयों द्वारा नहीं कराया गया है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि पंचदेवरी में शिक्षकों का समंजन होगा या फाइलों में ही सिमट जायेगा।

कैसे करना था शिक्षकों का समंजन.

शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 में निहित प्रावधान के आलोक में प्राथमिक एवं मध्य विधालयों में छात्र -शिक्षक अनुपात के मुताबिक शिक्षकों का समंजन करना था। इसके लिये सचिव, शिक्षा विभाग द्वारा बजाप्ता समंजन के नियमों के साथ -साथ डेट लाइन निर्धारित करते हुये जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं डीपीओ ,स्थापना को निर्देश दिया गया था। उक्त निर्देश के आलोक में स्थानीय बीइओ को मानक के अनुसार शिक्षकों के समंजन की सूची जिला शिक्षा कार्यालय को निर्धारित समय में सौंप देनी थी। जहां से सूची के अनुमोदन के बाद नियोजन इकाइयों द्वारा शिक्षकों का समंजन करना था .पंचदेवरी में शिक्षकों के समंजन की सूची अनुमोदन के बाद जिला शिक्षा कार्यालय से भेज दी गयी है। लेकिन अभी तक यह प्रक्रिया नियोजन इकाइयों ने लटका कर रखी है। जिस उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने शिक्षकों के समंजन के लिए निर्देश जारी किया था। वह पंचदेवरी में पूरी तरह असफल साबित हुआ है। जिसके वजह से प्रखंड के दर्जनों विद्यालयों में शिक्षकों की कमी आज भी बनी हुई है। जो सरकार की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नीति पर प्रश्न चिन्ह खड़ा कर रहा है।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला शिक्षा पदाधिकारी अशोक कुमार का कहना है कि जिला से शिक्षकों की सूची अनुमोदित कर बहुत पहले भेजी जा चुकी है। आज तक शिक्षकों का समंजन क्यों नहीं किया गया, इस संबंध में मैं कुछ नहीं बता सकता. इसका कारण स्थानीय बीइओ ही स्पष्ट कर पायेंगे।

क्या कहते हैं बीइओ

पंचदेवरी बीइओ मुज्जफर इमामजिला का कहना है कि शिक्षकों की सूची नियोजन इकाइयों को सौंप दी गयी है। समंजन अभी तक क्यों नहीं किया गया है। इसका कारण संबंधित नियोजन इकाइयों के अध्यक्ष एवं सचिव ही स्पष्ट कर पायेंगे।






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