Thursday, January 5th, 2017

 

सभ्यता और संस्कृति के प्रतीक पुरुष गुरु गोविन्द सिंह

‘अन्धेरे और आतंक की उम्र कितनी; जागने में समय लगे उतनी’ 5 जनवरी 2017 : गुरु गोविन्द सिंह के 350वें प्रकाश उत्सव ललित गर्ग भारत का सौभाग्य है कि यहां की रत्नगर्भा माटी में महापुरुषों को पैदा करने की शोहरत प्राप्त है। जिन्होंने अपने व्यक्तित्व और कर्तृत्व से न सिर्फ स्वयं को प्रतिष्ठित किया वरन् उनके अवतरण से समग्र विश्व मानवता धन्य हुई है। इसी संतपुरुषों, गुरुओं एवं महामनीषियों की शृृंखला में एक महापुरुष हैं गुरु गोविन्द सिंह। जिनकी दुनिया के महान् तपस्वी, महान् कवि, महान् योद्धा, महान् संत सिपाहीRead More


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