पियक्कड़ों ने मंदिर को बना डाला मधुशाला
उत्पाद विभाग ने मारा छापा
शेखपुरा। बिहार में पूर्ण शराब बंदी के बाद पियक्कड़ों को शराब उपलब्ध कराने के लिए धंधेबाज नित्य नई-नई तरकीब अपना रहे हैं। वहीं शेखपुरा में शराब तस्करों ने मंदिर को ही मधुशाला बना डाला। वो भी उत्पाद विभाग के कार्यालय से महज कुछ दूरी पर ही इस कृत्य को अंजाम दिया।
दरअसल, मंदिर को मधुशाला बनाये जाने का भंडाफोड़ शनिवार की देर रात उस समय हुआ, जब स्टेशन रोड पर मुख्य सड़क के किनारे स्थित काली मंदिर में उत्पाद विभाग की टीम पहुंची, तथा मंदिर से दो बोतल अंग्रेजी शराब बरामद किया। हालांकि छापेमार टीम को देखकर धंधेबाज भाग निकले, लेकिन टीम ने मंदिर के समीप से एक बाइक बरामद किया है, जो धंधेबाजों का ही बताया जाता है। उत्पाद अधीक्षक वीकेश कुमार ने बताया कि मंदिर की आड़ में धंधेबाजों द्वारा शराब का कारोबार किया जा रहा था। ग्राहकों को इसी मंदिर के समीप से शराब उपलब्ध कराया जा रहा था। सूचना पर छापेमारी की गयी तो दो बोतल शराब बरामद किया गया है तथा एक बाइक भी जब्त किया गया है। इसमें शामिल सभी लोगों की पहचान कर ली गयी है तथा गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। उत्पाद अधीक्षक भी इसी मंदिर से चंद कदम की दूरी पर ही किराये के मकान में रहते हैं।
मंदिर को मधुशाला बनाये जाने के मामले में शहर के मकदूमपुर का चुहन यादव मुख्य सरगना बताया जाता है। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि चुहन यादव द्वारा शराब बेचे जाने की सूचना पहले से मिल रही थी, लेकिन रंगेहाथ पकड़ा नहीं जा रहा था। विभाग को यह अंदेशा भी नहीं था कि मंदिर से धंधा किया जा रहा है। शनिवार को पक्की सूचना मिली तो छापेमारी की गयी। चुहन के मोबाइल नंबर को भी सर्विलांस पर रखा गया था, तथा इस नंबर से की गयी बातचीत का रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। उसके मोबाइल नंबर से शराब के इस अबैध धंधे के कई रहस्यों पर से पर्दा उठ सकता है।
वहीं सर्च अभियान में रेलवे के खाली क्वाटरों से शराब और कोरेक्स सीरप की खाली बोतलें बरामद की गयी हैं। शनिवार की रात को मंदिर से शराब बरामदगी के बाद उत्पाद विभाग की टीम ने रविवार को मकदुमपुर पहाड़ की तलहट्टी और मंदिर के समीप स्थित रेलवे के खाली पड़े जर्जर क्वाटरों में सर्च अभियान चलाया। पहाड़ में तो कुछ नहीं मिला, पर रेलवे क्वाटरों में शराब और कोरेक्स सीरप की कई खाली बोतलें बरामद की गयी। उत्पाद अधीक्षक ने बताया कि कोरक्स सीरप प्रतिबंधित दवा है, जिसका सेवन नशे के लिए भी किया जाता है।
लालच देकर नाबालिगों को उतारा धंधे में
उत्पाद अधीक्षक वीकेश कुमार ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई नाबालिग भी पकड़े जा रहे हैं। विभाग के पास पक्की सूचना है कि शराब माफिया द्वारा वैसे नाबालिगों को लालच देकर इस धंधे में उतारा जा रहा है जो बाइक चलाने में एक्सपर्ट हैं। इनको शराब पहुंचाने के एवज में दो से तीन सौ रुपये प्रतिदन दिया जा रहा है। वैसे अभिभावकों से अपील किया कि अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें, तथा बच्चे यदि देर से घर आते हैं तथा उनके पास भरपूर रुपया आ रहा है, तो तुरंत इसकी जांच पड़ताल करें।
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