Thursday, October 1st, 2015

 

क्यों 25 साल बाद भी बिहार चुनाव की धुरी हैं लालू

‘बिहार का सच भी यही है कि आरक्षण शब्द जिन्दगी से जुड़ा है। यानी मंडल की भूमिका और कमंडल की चुनावी दस्तक के बीच विकास से कही ज्यादा तरजीह उन सवालों को हल करने की देनी होगी जो पारंपरिक तौर पर जातियों की रोजी रोटी से जुड़े रहे।’ अपने ब्लॉग (http://prasunbajpai.itzmyblog.com) के जरिए ये कहा वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने। उनका पूरा आलेख आप यहां पढ़ सकते हैं: पुण्य प्रसूनबाजपेयी, वरिष्ठ पत्रकार सीन एक- लालू जी हम सेल्फी लेना चाहते है। ले…लो। हम मिसयूज नहीं करेंगे। नहीं… तुम मिसयूजRead More


भक्त सिर्फ़ मोदी के नहीं, लालू के भी हैं

पंकज प्रियदर्शी  मोतिहारी से (बीबीसी). पूर्वी चंपारण का मोतिहारी विधानसभा चुनाव क्षेत्र. बिहार के क़रीब-क़रीब हर विधानसभा क्षेत्र की तरह यहाँ भी एनडीए और महागठबंधन में कड़ी टक्कर है. चुनाव प्रचार ख़त्म होने के बाद हर उम्मीदवार मतदान के दिन की तैयारी में जुट जाता है. इन्हीं तैयारियों के बीच मैं मिला मोतिहारी से राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार विनोद श्रीवास्तव से. रात के 11 बजे भी पार्टी के चुनाव कार्यालय में लोगों की भारी भीड़ है. पार्टी के नेता अपने-अपने क्षेत्र में मतदान पर चर्चाओं में व्यस्त हैं. लेकिन इन सबकेRead More


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