Prem kumar Mani
दलितों का संन्यासी
दलितों का सन्यासी प्रेमकुमार मणि महाशिवरात्रि का दिन मशहूर किसान नेता स्वामी सहजानंद सरस्वती का जन्म- दिन भी है . लोग उन्हें भूलने लगे हैं ,लेकिन एक समय था जब इस स्वामी ने देश की राजनीति को अपने तेवर से झकझोर दिया था . 1930 के दशक में देश का राष्ट्रीय आंदोलन जो वामपंथी रुझान लेने लगा था ,उस में स्वामीजी की महती भूमिका थी . रामगढ (अब झारखण्ड ) में 1940 में हुए सुभाष बाबू के समझौता -विरोधी कॉन्फ्रेंस की पूरी तैयारी स्वागताध्यक्ष के नाते इन्होने ही की थीRead More
अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति
प्रेम कुमार मणि ————————————————————–अंततः अटलबिहारी वाजपेयी नहीं रहे . यही होता है . जो भी आता है एक दिन जाता है ,वह चाहे राजा हो या रंक, या फकीर . अटलजी राजा भी थे और थोड़े फकीर भी . रंक वह कहीं से नहीं थे . वह राजनीति में थे ,उसके छल -छद्म से भी जुड़े थे ,लेकिन फिर भी उनमे कुछ ऐसा था ,जो दूसरों से उन्हें अलग करता था . वह दक्षिणपंथी राजनीति में रहे . संघ ,जनसंघ फिर भाजपा . इधर -उधर नहीं गए . अपने विरोधियोंRead More