OBC
हथुआ के विधायक रामसेवक सिंह के खिलाफ ‘पोलखोल’ अभियान
संवाददाता, गोपालगंज. हथुआ के विधायक व नीतीश सरकार के कैबिनेट मंत्री रामसेवक सिंह को स्वीट प्वाइजन यानी मीठा जहर बताते हुए दलित ओबीसी जनजागरण संघ के संयोजक संजय स्वदेश ने कटाक्ष किया है. संजय ने कहा है कि अच्छे चाल चलन और बात विचार का ढोंग कर हथुआ के विधायक रामसेवक सिंह 15 साल से पब्लिक को केवल झांसा देने का काम कर रहे हैं. यदि इनका असली चरित्र जानना हो तो उन लोगों से पूछना चाहिए जो किसी समस्या का समाधान के लिए इनके दरवाजा पर जाते हैं और अपमानRead More
राजनीति पुनर्जागरण के अग्रदूत थे कांशीराम
राजनीति पुनर्जागरण के अग्रदूत थे कांशीराम हथुआ में मनी कांशीराम की जयंती हथुआ। आज बहुजन महानायक कांसीराम साहब का जयंती समाजिक न्याय मंच द्वारा हथुआ के माधवा लाल मठिया में मनाया गया,जिसमे हथुआ के युवाओं ने बहुजनो को एक करने का संकल्प लिया,और वर्तमान की जो सरकार है,जो संविधान को बदलने की लगातार कोशिस कर रही है,इसके खिलाफ भी आंदोलन जारी रहेगा,मौके पर बिट्टू साह,नौशाद खान,जेपी यादव,सुरेश यादव,इमरान खान,धर्मेन्द्र कुशवाहा,शशिभूषण सर,संदीप यादव,दीपक गोंड,समसुद्दीन मिया, डॉक्टर कुंदन जी,सोनू राम,राहुल साह, सोहैल अख्तर,चंद्रिका प्रशाद, मुकेश यादव,सुनील पासवान इत्यादि लोग मौजूद थे इसRead More
जानिए कैसे आईएएस परीक्षा पास ओबीसी के 70 युवाओं को यूपीएससी ने ज्वाइनिंग से रोका
5 साल में “क्रीमी लेयर” प्रावधान में अस्पष्टता से अधर में लटका यूपीएससी में उत्तीर्ण 70 ओबीसी अभ्यर्थियों का भविष्य नवल किशोर कुमार 2014 से लेकर अब तक ऐसे 70 युवा बेरोजगार हैं जिन्होंने संघ लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास तो कर ली है लेकिन क्रीमी लेयर प्रावधान का हवाला देकर उन्हें नियुक्ति से वंचित रखा जा रहा है. वर्ष 2014 के आम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की जीत में अन्य पिछड़ा वर्ग की अहम भूमिका थी. चुनाव प्रचार में नरेन्द्र मोदी ने बार-बार खुद को ओबीसी बतायाRead More
नीतीश सरकार का चौराहे पर ‘चिरहरण’ किया बीपीएससी ने
नीतीश सरकार का चौराहे पर ‘चिरहरण’ किया बीपीएससी ने — वीरेंद्र यादव —- अभी हाल ही में बिहार लोकसेवा आयोग के एक सदस्य ने इंटरव्यू में पास कराने के लिए 25 लाख मांगने के विवाद के बाद इस्तीफा दिया था। इससे बीपीएससी के साथ सत्तारूढ जदयू और भाजपा दोनों को शर्मसार होना पड़ा था। क्योंकि वह सदस्य इन्हीं दोनों पार्टियों की ‘गंगा’ में डूबकी लगाकर बीपीएससी के सदस्य बने थे। सामान्य सी बात है कि डूबकी का ‘पुण्य’ वे अकेले नहीं डकारे होंगे। लेकिन इससे भी बड़ा कारनामा बीपीएससी नेRead More
ओबीसी : राजनीति में आगे, हक लेने में पीछे
– नवल किशोर कुमार देश में ओबीसी की राजनीति रंग ला रही है। आरएसएस ने यह बात तभी भांप ली थी जब 2004 में शाइनिंग इंडिया पूरी तरह विफल हो गयी थी। तब आरएसएस ने कमान संभालते हुए अपनी रणनीति में बदलाव किया और ओबीसी की राजनीति को हवा दी। परिणामस्वरूप नरेंद्र मोदी को गुजरात से दिल्ली लाया गया और एक दशक बाद 2014 में आरएसएस सत्ता पर कब्जा कर पाया। इससे पहले कई राज्यों में ओबीसी की राजनीति पहले से ही कुलांचे भर रही थी। फिर चाहे वह यूपी,Read More
कर्पूरी ठाकुर ने जगाई थी पिछडे वर्ग में राजनीतिक चेतना
हथुआ/गोपालगंज/सिवान. बिहार में पहली बार पिछडे वर्ग की आरक्षण की घोषणा 40 वर्ष पूर्व 11 नवंबर 1977 को तत्कालीन मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर ने की थी. इसको लेकर दलित पिछडा वर्ग जनजागरण संघ ने जननायक कर्पूरी ठाकुर को याद किया. इस मौके पर संघ के संयोजक संजय कुमार ने कहा कि भारत में समाजवादी आंदोलन के एक बड़े नेता, बिहार में अपने जीवन काल में पिछड़ा वर्ग के सबसे बड़े नेता और सूबे के दो बार मुख्यमंत्री रहे कर्पूरी ठाकुर की बीते एक दशक में बिहार की राजनीति में प्रासंगिकता बढ़ गईRead More
ओबीसी नरेंद्र मोदी ने ‘ओबीसी’ के लिए क्या किया ?
दिलीप मंडल 8 November, 2018 देश की आधी से ज़्यादा आबादी ओबीसी जातियों की है. नरेंद्र मोदी कहते हैं कि वे ओबीसी हैं. ऐसे में ये देखना दिलचस्प होगा कि मौजूदा सरकार ने ओबीसी के लिए अब तक क्या किया. चुनाव पहले की बात है. 2014 का लोकसभा चुनाव प्रचार शबाब पर था. तमाम दलों के नेता वादे और दावे कर रह थे, एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे. इसी दौरान बीजेपी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी की अमेठी में सभा हुई. कांग्रेस और कांग्रेस के नेताRead More
मंडलवाद से कमण्डलवाद को मजबूत करना चाहती है जदयू!
गोपालगंज! राजद अतिपिछड़ा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सह प्रदेश राजद के वरिष्ठ नेता प्रदीप देव एवं युवा राजद नेता संदीप यादव ने संयुक्त रूप से एक प्रेस बयान जारी कर बताया कि जदयू द्वारा आयोजित अतिपिछड़ा सम्मेलन में राजयसभा सांसद सह जदयू के राष्ट्रिय महासचिव आरसीपी सिंह जी गोपालगंज पधार रहें हैं “अतिपिछड़ा सम्मलेन सह रोड शो ” में आरसीपी सिंह न अतिपिछड़ा है न ही इनको अतिपिछड़ा सरोकार से कोई मतलब है,इसका हालिया उदाहरण जगह जगह लगे पोस्टर बैनर है, इस पोस्टर में जदयू के अतिपिछडे समाज केRead More