#kashmir
बस्तर और कश्मीर – इतिहास, तकदीर एक सी, क्या समाधान एक सा?
– राजीव रंजन प्रसाद ——————————- धारा 370 के आपत्तिजनक प्रावधानों के हटाये जाने, जम्मू और कश्मीर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित करने तथा परिक्षेत्र में भारतीय संविधान की प्रतिस्थापना के साथ यह आशा बंधती है कि समस्या ने अपने स्थाई समाधान की ओर कदम बढा दिये हैं। कोई संदेह नहीं कि यह असम्भव कार्य था। भारत सरकार ने अत्यधिक योजनाबद्धता, प्रभावशालिता तथा दृढ इच्छाशक्ति से इसे सम्भव बनाया है। अभी आधी लड़ाई जीती गयी है, आधा रास्ता तय किया जाना है। अलगाववादियों की प्रतिक्रिया पर अंकुश लगाना,Read More
मुझे कश्मीर में प्लॉट नहीं, कश्मीरी दोस्त चाहिये
पुष्यमित्र आजकल कभी कभी मन होता है कि हर मुद्दे पर क्यों बोला जाये। अपनी राय जाहिर करते रहना कोई जरूरी है क्या? और क्या लोग मेरी भावनाओं को समझ भी पायेंगे। कहा जाता है कि अगर आसपास ज्यादातर लोग नशे में टुल्ल हो तो बजाय इसके कि लोगों को समझाया जाये, खुद ही एक पैग चढ़ा लेना अधिक समझदारी का काम है। मगर फिर कबीर याद आ जाते हैं। आज जब कश्मीर में फौज की टुकडियां भर कर कश्मीर भंग कर दिया गया और धारा 370 को खत्म करनेRead More
राजनीति के चश्में से न देखें कश्मीर में क्या होने वाला है
डा सुरजीत कुमार सिंह जम्मू कश्मीर को लेकर डरने की जरूरत नहीं है, केंद्र में मजबूत सरकार है और बहुत मजबूत सरकार है। जो भारत की सरकार कर रही है, वह सही कदम है, हर चीज को राजनीतिक चश्मे से देखना डरकर देखना और भय से देखना और हर चीज में आशंका दर्शाना अच्छी बात नहीं है। जम्मू कश्मीर की समस्या का हल होना ही चाहिए और बहुत अच्छे से हल होना चाहिए। बल्कि इसके अलावा समस्या का तो हल पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर का भी होना चाहिए। अक्साई चीन कीRead More