Indian president

 
 

सीमाओं में बंधा भारतीय गणराज्य का प्रमुख राष्ट्रपति

संजीव चंदन यह बात सही है कि राष्ट्रपति के रूप में किसी भी अस्मिता से प्रतीकात्मक नियुक्तियों का उस अस्मिता के लोगों के जीवन पर कोई गुणात्मक असर नहीं होता। यह भी सही है कि सिख राष्ट्रपति के समय में सिखों का कत्लेआम हुआ। मुस्लिम राष्ट्रपति के समय में मुसलमानों का। महिला राष्ट्रपति भूत-प्रेत के चक्कर में दिखी तो दलित राष्ट्रपति के समय में दलित उत्पीड़न की घटनाएं नहीं थमीं। दरअसल राष्ट्रपति सीमाओं में बंधा भारतीय गणराज्य का प्रमुख होता है। के.आर.नारायणन अब तक बेहतरीन राष्ट्रपति बताये जाते हैं। वेRead More


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